देहरादून (ब्यूरो)। पार्क रोड पर 500 के करीब परिवार हैं, जो हाईटेंशन लाइन से परेशान हैं। लोगों का कहना है कि हाईटेंशन लाइन से कई हादसे हो चुके हैं, रोजना लाइन की चपेट में आकर पक्षी मर रहे हैं। क्षेत्रीय विधायक, पार्षद और संबंधित अधिकारियों से कई बार गुहार लगाई, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन ही मिले, लाइनें हटी। लोगों का यह भी कहना है कि लाइनें पहले से बिछी थी, लेकिन उनकी जमीन रजिस्ट्री की है, उन्होंने कोई कब्जा नहीं किया है।

पब्लिक बोली सुनता कोई नहीं
पार्क रोड निवासी होशियर सिंह का कहना है कि बारिश में करंट का ज्यादा खतरा बना रहता है। बच्चे आंगन और क्षतों पर नहीं खेल पाते हैं। कई बार बच्चे करंट की चपेट में आ जाते हैं, इसलिए इस क्षेत्र में बच्चों का पंतग उड़ाना बंद कर दिया गया है। काजल का कहना है कि आए दिन जनप्रतिनिधि और अधिकारी सब देखने आते हैं, लेकिन होता कुछ नहीं है। कोई सुनने वाला नहीं है। छत पर वह कपड़े सुखाने तक से डरते हैं। हाईटेंशन लाइनों की तारों पर प्लास्टिक कवर नहीं होने से करंट का लगातार खतरा बना हुआ है।


इलाके का एक परिवार मकान की बाउंड्री से सटी हाईटेंशन लाइन से परेशान था। काफी कोशिश के बाद भी जब लाइन नहीं हटी तो घर की बाउंड्री ही तुड़वा डाली।
- रमेश चंद्र

मैैं छत पर बच्चों को नहीं भेजती। पता नहीं कहां से करंट चपेट में ले ले। छत से हाईटेंशन की लाइन गुजर रही है, बच्चों को भेजने में डर लगता है।
- कल्पना

हम अपने ही घर में डरे सहमे से रहते हैं। बारिश में करंट से कई बार टीवी, फ्रीज आदि फूंकने का ज्यादा खतरा रहता है। इतना ही नहीं हाईटेंशन लाइन से जान का भी खतरा है।
- अमित

शहर के ये इलाके हैं हाईटेंशन लाइन की चपेट में
सेवलाकलां, मोहब्बेवाला, दीपनगर, डिफेंस कालोनी, मोथरोवाला, अधोईवाला, कारगी चौक, नारायण विहार, विद्या विहार, देव ऋषि एन्क्लेव, देहराखास, ब्रहमपुरी, बंजारावाला, गणेश विहार, सरस्वती विहार, संजय कॉलोनी, नेहरु कालोनी, गांविंदगढ़, पथरिया पीर, पटेलनगर, पार्क रोड, माजरा, नेशविला रोड, बद्रीश कालोनी, गढ़कैंट, ब्रहामणवाला, नालापानी, हरिद्वार बाईपास