- कोरोना सेकंड वेव के दौरान डेवलप किया गया इन्फ्रास्ट्रक्चर

- 100 से लेकर 500 बेड के हॉस्पिटल तैयार

- डॉक्टर नहीं, तीन माह के लिए आने को नहीं हैं तैयार

देहरादून,

कोरोना संक्त्रमण की दूसरी लहर के दौरान कोरोना पेशेंट के लिए बेड की शॉर्टेज होने पर दून के कई हॉस्पिटल में व्यवस्था के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तो तैयार किया गया, लेकिन संचालन के लिए सभी हॉस्पिटल में स्टाफ की व्यवस्था ही नहीं हो पा रही। हॉस्पिटल के नियमानुसार 10 बेड के आईसीयू में 3 डॉक्टर्स का होना जरूरी है। आईसीयू में एक बेड में एक नर्स का होना जरूरी है। अब विभाग के पास सबसे बड़ा टास्क नए इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए स्टाफ की व्यवस्था करना है।

स्टाफ नहीं चाहता टेंपररी पोस्टिंग

हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक नए इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए स्टाफ की पोस्टिंग टेंपररी बेसिस पर होनी है। फिलहाल तीन माह के लिए स्टाफ तैनात करने की योजना है। ऐसे में स्टाफ टेंपररी बेसिस पर पोस्टिंग को लेकर रुचि नहीं ले रहा। अब नए इन्फ्रास्ट्रक्चर को रन करने में दिक्कत आ रही है।

हॉस्पिटल नॉर्मल बेड आईसीयू बेड नर्सिग स्टाफ खाली पद

दून हॉस्पिटल 430 120 267 10

राजीव गांधी कोविड केयर सेंटर 350 100 7 163

कोरोनेशन हॉस्पिटल 149 10 50 20

गढ़ी कैंट हॉस्पिटल 150 15 3 42

नर्सिग काउंसिल के अनुसार यह हैं स्टाफ के मानक

जनरल वार्ड में

- 3 पेशेंट पर 1 नर्स होनी चाहिए मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में।

- 5 पेशेंट पर 1 नर्स जरूरी जिला हॉस्पिटल में।

आईसीसीयू व आईसीयू

- 1 पेशेंट पर 1 नर्स मेडिकल कॉलेज व जिला हॉस्पिटल दोनों में।

डॉक्टर्स

- आईसीयू में 10 पेशेंट पर 3 शिफ्ट के लिए 3 डॉक्टर जरूरी।

- क्रिटिकल कंडिशन में पेशेंट के लिए एक नर्स, एक डॉक्टर जरूरी

नहीं किया एप्लाई, स्टाफ होगा आउटसोर्स

गढ़ी कैंट में 150 बेड का हॉस्पिटल तैयार हो गया है। यहां 15 आईसीयू बेड की व्यवस्था भी की जा रही है। इसके लिए कैंट बोर्ड ने तीन महीने के लिए 24 एमबीबीएस डॉक्टर और 30 नर्स, 30 वार्ड ब्वॉय और सुपरवाइजर की भर्ती निकाली है। लेकिन अब तक आवेदन नहीं मिल रहे। इसके बाद कैंट बोर्ड ने कंपनी को टेंडर दिया है। जो यहां स्टाफ की व्यवस्था करेगी। कैट बोर्ड की सीईओ तनु जैन के अनुसार जल्द ही यहां स्टाफ की भर्ती की जा रही है। कंपनी आउटसोर्स से स्टाफ दे रही है।

कोविड केयर सेंटर के लिए नहीं स्टाफ

रायपुर कोविड केयर सेंटर में 450 बेड का हॉस्पिटल बनाया गया है। यहां हॉस्पिटल में 350 बेड सामान्य हैं। जबकि 130 बेड ऑक्सीजन की सुविधा से युक्त हैं। लेकिन कोविड केयर सेंटर के बनने से अब तक यहां स्टाफ नहीं मिला। यहां 2 डॉक्टर 3 नर्सिंग स्टाफ, 1 वार्ड बॉय व 1 सफ ाई कर्मचारी से काम चलाया जा रहा है।

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फि लहाल व्यवस्था बनाई जा रही है। जल्द ही स्टाफ की नियुक्ति भी की जा रही है। उपनल व पीआरडी के माध्यम से स्टाफ मैनेज किया जा रहा है। डॉक्टर्स के लिए भी आवेदन मांगे गए हैं।

- डॉ। तृप्ति बहुगुणा, डीजी हेल्थ।