देहरादून

सहसपुर थाना क्षेत्र के कोटड़ा बिरसनी गांव में में एक निर्माणाधीन मकान धंसने से मलबे से फंसे एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि एक बच्ची को सुरक्षित निकाल दिया गया। बताया जाता है कि गांव में एक मकान निर्माण भी चल रहा था। अचानक मकान का एक बीम ढह गया। वहां काम कर रहे मजदूरों ने भागकर जान बचाई। जबकि दो बच्चे मलबे में फंस गये।

अचानक ढहा मकान

जानकारी के अनुसार कोटडा गांव में राजेश थापली अपने पुराने मकान का नये सिरे से निर्माण कर रहे थे। मकान को ¨लटर पड़ चुका था। अंदर के कमरों में प्लास्टर आदि कार्य चल रहा था। मंडे सुबह राजेश थापली व उनकी पत्नी सुमन खेत में काम करने चले गए। उनकी सात साल की बेटी आस्था और छह वर्षीय बेटा ¨प्रस पुराने मकान के अंदर खेल रहे थे। सुबह दस बजे के करीब अचानक मकान जमीन में धंस गया। वहां काम कर रहे मजदूर जान बचाकर भाग गये। लेकिन, अंदर खेल रहे दो बच्चे वहीं फंस गये।

एसडीआरएफ पहुंची मौके पर

घटना की सूचना ग्रामीणों को पुलिस को दी। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद एसडीआरएफ आस्था मलबे में दबी दिखाई दी। टीम ने जेसीबी के सहारे मकान के पीछे से सुरंग बनाकर बालिका को सुरक्षित बाहर निकाल लिया और आपातकालीन सेवा 108 के माध्यम से दून अस्पताल भेजा।

प्रिंस को नहीं निकाल पाये

एसडीआरएफ ने प्रिंस को निकालने के प्रयास लगातार जारी रखे। शाम 7 बजे के करीब मलबे से प्रिंस को निकाल लिया गया। लेकिन, तब वह दम तोड़ चुका था। थानाध्यक्ष सहसपुर नरेंद्र गहलावत के अनुसार पुराना मकान धान के खेत के समीप बना था। धान के खेत में भरा पानी धीरे धीरे पुराने मकान की नींव में भरता रहा। जिससे नींव दलदली होती गई। इसी से यह हादसा हुआ।