- जीएमवीएन और पर्यटन विकास परिषद की ओर से आयोजित इंटरनेशनल योग फेस्टिवल का समापन

DEHRADUN: राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि योग पूरे विश्व को भारत की ओर से दिया गया एक अमूल्य उपहार है। योग एक साधना ही नहीं, वरन एक संस्कृति है, जिसे भारतीय ऋषि-मुनियों ने कठिन तप से प्राप्त किया है। यह बातें उन्होंने ऋषिकेश में चल रहे इंटरनेशनल योग फेस्टिवल के दौरान कहीं।

योग फेस्टिवल का समापन

गढ़वाल मंडल विकास निगम व पर्यटन विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इंटरनेशनल योग फेस्टिवल का रविवार को समापन हुआ। इस दौरान बतौर चीफ गेस्ट राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने योग साधकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को समूचे विश्व में एक नई पहचान दी है। उन्होंने कहा कि युवाओं को योग को आत्मसात करना चाहिए, तभी हम विकसित भारत का निर्माण कर सकते हैं। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि योग की शक्ति से ही हम भारत को विश्व गुरु बना सकते हैं। वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि योग अब देवभूमि उत्तराखंड से पूरी दुनिया में आम नागरिकों की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि ऋषिकेश योग की धरती है, और यहां से बहती हुई गंगा की तरह योग पूरी दुनिया में प्रवाहित हो रहा है। इस मौके पर विभिन्न देशों के राजदूतों व उच्चायुक्तों ने भी प्रतिभाग किया। जिसमें बोसनियां व हर्जेगोविना के राजदूत मोहम्मद शिनजिक, नॉर्थ मेसोडोनिया के राजदूत नेहथ ईमिनी, फिजी के उच्चायुक्त कमलेश शशि प्रकाश व त्रिनिदाद एंड टैबगो के उच्चायुक्त डॉ। रोजर गोपाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

परमार्थ निकेतन में ऑनलाइन योग फेस्टिवल स्टार्ट

तीर्थनगरी ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में रविवार से 32वां इंटरनेशनल योग फेस्टिवल ऑनलाइन शुरू हो गया है। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि परमार्थ निकेतन पूरी दुनिया को योग सिखा रहा है। इससे लोग स्वस्थ हो रहे हैं और अध्यात्म से जुड़ रहे हैं। योग फेस्टिवल के माध्यम से मानवता को सुख-शांति और स्वस्थ रहने के संदेश दिया जा रहा है। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि कोविड के चलते देश-विदेश से आने वाले प्रतिभागियों की स्वास्थ्य, सुरक्षा और अन्य कई तरह की समस्याओं को देखते हुए इस वर्ष उनके घरों तक योग को पहुंचाने के लिए ऑनलाइन योग महोत्सव का आयोजन हो रहा है। प्रतिभागी घरों में रहकर ही योग, ध्यान, सत्संग, मां गंगा एवं संतों का दर्शन-मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।