- बीकेटीसी की वर्ष 2004 में तैयार वेबसाइट को एनआईसी ने नए अंदाज में किया तैयार

>DEHRADUN: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फ्राइडे को सीएम आवास पर बद्री-केदार मंदिर समिति के आधिकारिक वेब पोर्टल https://badrinath-kedarnath.gov.in का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम ने बीकेटीसी की डायरी व कैलेंडर का भी विमोचन किया। वेब पोर्टल का निर्माण एनआईसी द्वारा किया गया है। सीएम ने एनआईसी के डायरेक्टर के नारायणन को पोर्टल में चारधाम यात्रा से संबंधित ज्यादा से ज्यादा जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। कहा, बीकेटीसी की आधिकारिक वेबसाइट होने से अब देश और दुनिया के किसी भी कोने से उत्तराखंड चारधाम यात्रा के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इस दौरान बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, उपाध्यक्ष अशोक खत्री, सीईओ बीडी सिंह सहित एनआईसी के अधिकारी भी मौजूद रहे।

ऑनलाइन डोनेशन और बुकिंग शुरू

बीकेटीसी के अनुसार अब यात्री ऑनलाइन पूजा बुकिंग, ऑनलाइन डोनेशन कर पाएंगे। इस दौरान एनआईसी ने टैंपल कमेटी को ट्रायल बेस पर वीसेट भी उपलब्ध कराया। वेबसाइट में उत्तराखंड के चारधाम व बद्री-केदार समिति के अधीन मंदिरों, पंच बद्री, पंच केदार व पंच प्रयाग की भी जानकारी दी गई है। अपने संबोधन में सीएम ने कहा कि आईटी व प्रचार-प्रसार के इस दौर में वेबसाइट के माध्यम से चारधाम के तीर्थ यात्रियों को तत्काल जानकारी मिलने में आसानी होगी। इसके लिए सीएम ने टैंपल कमेटी व नेशनल इंफॉर्मेटिक सेंटर को बधाई भी दी। सीएम ने चारधाम यात्रा के लिए इंट्रीगेटेड कंट्रोल रूम बनाने के भी निर्देश दिए।

वेब पर अपलोड है पूरी जानकारी

टैंपल कमेटी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि वेबसाइट में देश-विदेश के तीर्थयात्रियों के लिए बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम के अलावा अधीनस्थ मंदिरों व गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की पूरी जानकारी अपलोड है। इस दौरान उत्तराखंड के चार धामों की ऋषिकेश से दूरी का रोड मेप भी उपलब्ध कराया गया है। जबकि बद्रीनाथ-केदारनाथ से संबंधित जानकारियां ऑनलाइन प्राप्त व डोनेशन की प्रक्रिया पूरी हो सकती है। वहीं वेबसाइट में टैंपल कमेटी के गेस्ट हाउस, ऑफिस, संस्कृत स्कूल, फॉर्मेसी की भी जानकारियां उपलब्ध हैं। तीर्थाटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि मंदिर समिति की वेबसाइट से तीर्थ यात्रियों को बेहतर जानकारी एवं सुविधाएं मिलेंगी। मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा। हरीश गौड़ ने बताया कि एनआईसी ने मंदिर समिति को ट्रायल बेस पर वीसेट सुविधा भी प्रदान की है। डोनेशन देने वाले दानदाताओं को टैंपल कमेटी की ओर से टैक्स फ्री सर्टिफिकेट दिया जा रहा है।

वर्ष 2004 में बनी थी वेबसाइट

बताया गया कि पूजा काउंटर के लिए सॉफ्टवेयर तैयार हो चुका है। वर्ष 2004 में बीकेटीसी की वेबसाइट बनायी गयी थी। वर्तमान में समिति ने नये रूप में निक के सहयोग से वेबसाइट का निर्माण किया है। इस दौरान टैंपल कमेटी ने अध्यक्ष ने सीएम के सामने एक वर्ष के कार्यकाल का लेखा-जोखा भी प्रस्तुत किया।