सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सुनी गई समस्या

25 में से 19 फरियादी ही पहुंचे

बिना नाम लिखाए सीधे पहुंचने वाले लोगों को बैरंग लौटाया

गेट पर टेंपरेचर लेने के साथ ही कराया सेनेटाजेशन

दिव्यांगों को व्हील चेयर सेनेटाइज कर ले गए अंदर तक

डीएम ने माइक पर नाम ले-लेकर बूलाया।

आर्थिक तंगी, जमीन से लेकर कोरोना तक के बारे में रखी समस्याएं

देहरादून।

करीब ढाई महीने बाद सोशल डिस्टेंसिंग के साथ डीएम का जनता दरबार शुरू हुआ। हालांकि इस दौरान नाम तो एक दिन पहले 25 फरियादियों ने लिखवाया था, लेकिन पहुंचे 19 ही। वहीं पब्लिक से मिलने की छूट मिली तो कई लोग सीधे डीएम से मिलने पहुंच गए। हालांकि उनको बैरंग लौटा दिया गया। वहीं फरियादियों के लिए टेंपरेचर से लेकर सेनेटाइजेशन तक के पूरे इंतजाम किए गए थे। दिव्यांगों को व्हील चेयर सेनेटाइज करके उसमें बिठा अंदर तक ले जाया गया।

लॉकडाउन के चलते काम का संकट

मोहब्बेवाला पोस्ट ऑफिस के पास रहने वाले नवीन पराशर और उनकी पत्‍‌नी तेजस्विनी दोनों ही दिव्यांग हैं। नवीन ने बताया कि वे दोनों आसपास के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपना घर चलाते थे लेकिन लॉकडाउन की वजह से काम बंद हो गया। ऐसे में उन्होंने कुछ पैसों के लिए एक नेटवर्क कंपनी को अपनी छत पर बूस्टर लगाने की बात कही तो आसपास के लोगों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने डीएम से मामले की जांच कर बूस्टर लगाने की परमिशन के लिए लेटर दिया। डीएम ने पुलिस को मामले की जांच के लिए लिखा है।

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ठेली लगाने की मिले परमिशन

दिव्यांग बंसल कुमार थपलयिाल भी कुछ लोगों के साथ डीएम से अपनी समस्या को लेकर मिले। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 से नगर निगम के अतर्गत वेंडिंग जोन पर 20 परसेंट छूट दिव्यांग लोगों को ठेली के लिए नहीं दी गई है। साथ ही लोन की प्रॉसेस भी उन्होंने सरल किए जाने की मांग रखी। डीएम ने मामले पर कार्रवाई की बात कही।

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बैरंग लौटे भाजपा नेता

सहसपुर से आए भाजपा नेता ओमवीर सिंह राघव डीएम से मिलने से पहुंचे थे। रास्ते में जब उन्हें जानकारी मिली कि डीएम एक से दो लोगों से ही मिल रहे हैं वो भी सोशल डिस्टेसिंग के साथ तो उन्होंने अपने कुछ लोग वापस भेज दिए। इसके बाद डीएम को बाहर से मैसेज भिजवा दिया। हालांकि डीएम का स्पष्ट रुख था कि जिन्होंने पहले से अपॉइंटमेंट ली हुई है। उन्हीं लोगों से मिलेंगें। ऐसे में उन्हें बैरंग लौटना पड़ा।

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नहीं लिया ज्ञापन भी

डीएम दरबार खुलने की बात सुनते ही पछवादून ट्रक डंपर ड्राइवर समिति के लोग भी ज्ञापन देने पहुंच गए। यही नहीं इसी तरह से कई लोग वहां डीएम, एडीएम को एप्लीकेशन देने सहित अन्य कार्यो के लिए पहुंचे। हालांकि ऐसे लोगों को अपने ज्ञापन, अपनी एप्लीकेशन वहां पेटी में डाल चले जाने की बात कही गई।

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सोशल डिस्टेंसिंग के साथ एक दिन में 25 लोगों की बात सुनी जाएगी। मास्क अनिवार्य है। बाकि जिसको भी अपनी बात कहनी है एक दिन पहले रजिस्ट्रर में अपना नाम और समस्या नोट कराए। भीड़ जुटाने वाले लोगों को एंट्री नहीं मिलेगी।

- डा। आशीष कुमार श्रीवास्तव, डीएम

इस-इस तरह की रखी समस्याएं

जमीन को लेकर

पेंशन के बारे में

पंप को लेकर

पेयजल की समस्या

कोरोना के संबंध में

स्कूल को लेकर

जान-माल सुरक्षा के संबंध में

दिव्यांगजनों की समस्याओं को लेकर

इडब्लूएस सर्टिफिकेट को लेकर

पारिवारिक झगड़े को लेकर

बिजली कनेक्शन के संबंध में

आश्रम को लेकर

घर के सामने अतिक्रमण करने को लेकर