- गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर उत्तराखंड से केदारखंड की झांकी की गई थी प्रस्तुत

- गणतंत्र दिवस पर तीसरे स्थान के लिए पुरस्कृत की गई थी उत्तराखण्ड की झांकी

>DEHRADUN: इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर तीसरे स्थान के लिए पुरस्कृत की गई उत्तराखण्ड की झांकी को गढ़ी कैंट स्थित संस्कृति विभाग के म्यूजियम में संरक्षण के लिए रखा गया है। राज्य गठन के 20 वर्षो बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब गणतंत्र दिवस के मौके पर उत्तराखंड की झांकी को तीसरा पुरस्कार मिला है और इसके बाद झांकी को संरक्षित करने के लिए संस्कृति विभाग के म्यूजियम में रखा गया है।

सचिव ने किया मुआयना

दरअसल, गणतंत्र दिवस पर इस बार उत्तराखंड से केदारखंड झांकी की प्रस्तुति दी गई थी। जिसमें देशभर की तमाम झांकियों के बीच उत्तराखंड की झांकी को तीसरा स्थान हासिल हुआ। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस सफलता के लिए इसे राज्य के लिए गौरव की बात बताते हुए झांकी को संस्कृति विभाग के म्यूजियम में संरक्षित किए जाने के निर्देश दिए थे। पर्यटन एवं संस्कृति सचिव दिलीप जावलकर ने गढ़ी कैंट में बन रहे संस्कृति विभाग के म्यूजियम व ऑडिटोरियम का निरीक्षण कर झांकी को रखे जाने के लिए स्थान निर्धारित किया। जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को उक्त झांकी के उचित रखरखाव के निर्देश दिए।

- उत्तराखंड की झांकी केदारखंड को मिला तीसरा स्थान।

- शानदार प्रदर्शन व निर्माण के लिए झांकी की हुई थी सराहना।

- झांकी के अग्रभाग में दर्शाया गया है उत्तराखण्ड का राज्य पशु 'कस्तूरी मृग'

- ऐसे ही राज्य पक्षी 'मोनाल' व राज्य पुष्प 'ब्रह्मकमल' को भी दिखाया गया

- झांकी के मध्य भाग में भगवान शिव के वाहन नंदी मौजूद

- केदारनाथ धाम में यात्रियों को यात्रा करते व श्रद्वालु को भक्ति में लीन दर्शाया गया

- पृष्ठ भाग में बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक बाबा केदार का भव्य मंदिर मौजूद।

- मंदिर को ठीक पीछे विशालकाय दिव्य शिला का चित्रण।

स्टूडेंट्स व आम लोग देख पाएंगे

दिल्ली से झांकी को एक स्पेशल वाहन से दून लाया गया। झांकी को दून पहुंचने में तीन दिनों का वक्त लगा। बताया गया है कि गढ़ी कैंट स्थित संस्कृति विभाग के म्यूजियम में झांकी को स्टूडेंट्स व आम लोग आसानी से देख पाएंगे।