- आरोपियों ने नहीं लौटाए रुपए, इलाज न मिलने से महिला के बेटे की हुई मौत

- पुलिस ने 9 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा किया दर्ज

DEHRADUN: महिला को किटी में पैसा लगाकर तीन साल में डेढ़ गुना रकम देने का लालच देकर आरोपियों ने 31 लाख रुपये ठग लिए। वहीं पैसे के अभाव में महिला के बेटे को इलाज नहीं मिल सका और उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने नौ आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

रुपए दोगुना करने का लालच

रेस्ट कैंप निवासी ऊषा चौहान ने कोतवाली में तहरीर दी। वर्ष 2015 में ऊषा चौहान अपनी बेटी के लिए गहने खरीदने के लिए राजपुर रोड स्थित एक ज्वेलर्स के पास गई थीं। वहां उनकी मुलाकात चाट वाली गली में बुटीक व किटी का काम करने वाली संजना बब्बर से हुई। संजना ने ऊषा से दोस्ती करते हुए रुहिल निशां, उसके पति जमील अंसारी, बेटे शैंकी व सनी से मिलवाया। इसके बाद सभी ने ऊषा को क्रॉस रोड मॉल में बेदी क्रिएशन के मालिक पूजा बेदी व उसके पति अमित बेदी से मिलवाया। उन सभी ने ऊषा को किटी में लगाया पैसा तीन साल में डेढ़ गुना होने का लालच दिया। इसके लिए उन्होंने अक्टूबर 2015 से 2018 के बीच में 30 लाख, 85 हजार रुपये जमा करवा दिए। 16 मई 2018 को ऊषा के 21 वर्षीय बेटे की तबीयत खराब हो गई। इलाज के लिए उन्होंने किटी संचालकों से पैसे वापस मांगे। मगर आरोपियों ने किटी पूरी होने के बाद ही पैसे देने की बात कहकर उन्हें लौटा दिया। पैसे के अभाव में पर्याप्त इलाज न मिलने के कारण ऊषा के जवान बेटे की मृत्यु हो गई। अक्टूबर 2018 में स्कीम समाप्त होने के बाद भी आरोपियों ने पैसे नहीं लौटाए। ऊषा चौहान ने तकादा किया तो किटी संचालकों ने जमीन देने की बात कही। लेकिन, वह जमीन के मालिकाना हक संबंधी प्रमाण नहीं दिखा सके। उषा ने जमीन लेने से मना कर दिया और पैसे की मांग की। किटी संचालकों की ओर से समय-समय पर ऊषा को चेक दिए गए, जोकि बाउंस हो गए। इंस्पेक्टर शिशुपाल नेगी ने बताया कि तहरीर के आधार पर जमील अंसारी, रुहिल निशां, शैंकी, सनी चारों निवासी डीएल रोड, रजना बब्बर निवासी कौलागढ़, पूजा बेदी, अमित बेदी, अनुज चौधरी व जसविंदर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।