देहरादून (ब्यूरो)। एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि बीते 2 फरवरी को कोतवाली देहरादून द्वारा हाई स्कूल और इंटर की फर्जी मार्कशीट बनाने वाले एक व्यक्ति राज किशोर राय को गिरफ्तार किया गया था उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया गया था इस गिरफ्तारी के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी थी।

सामने आया सहेन्द्र का नाम
एसटीएफ ने अलग-अलग एंगल से मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि जाली मार्कशीट तैयार करने के इस धंधे में एक पूरा गिरोह शामिल है। गिरोह के सरगना के रूप में सहेंद्र पाल पुत्र हरपाल निवासी खतौली यूपी का नाम सामने आया। जांच के दौरान एसटीएफ को यह भी जानकारी मिली कि गैंग के सदस्यों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एनसीआरई नाम से एक संस्था का रजिस्ट्रेशन करवाया है और इस संस्था को मानव संसाधन विकास मंत्रालय से अधिकृत किये जाने संबंधी झूठी सूचना दी जाती है।

घर से फरार था सरगना
सहेंद्रपाल का नाम सामने आते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के प्रयास शुरू किये, लेकिन पता चला कि अपने साथी राज किशोर राय की गिरफ्तारी के बाद से ही वह अपने घर से फरार चल रहा था। उसने अपने मोबाइल फोन भी बंद कर दिए थे। इसके बावजूद एसटीएफ लगातार सहेन्द्र पाल की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई थी।

आखिरकार हत्थे चढ़ा सरगना
एसटीएफ के एसएसपी के अनुसार लगातार फरार रहने के बाद सहेन्द्रपाल की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। एसटीएफ टीम देहरादून ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर मुखबिर तंत्र और टेक्निकल सपोर्ट के जरिये 12 मार्च को आरोपीसहेंद्र पाल को सुकरताल मोरना जिला मुजफ्फरनगर यूपी से गिरफ्तार कर लिया।

किशोर को दिया था आइडिया
पूछताछ में आरोपी सहेंद्र पाल ने बताया कि वह गिरफ्तार किये गये आरोपी राजकिशोर को पिछले 7-8 वर्षों से जानता है। राजकिशोर को उसी ने फर्जी माक्र्स शीट बनाने का आइडिया दिया था। इसके लिए उन्होंने एक फर्जी संस्था एनसीआरई के नाम से खोली थी, जिसमें वह खदु मेंबर था और अपने साथियों के साथ मिलकर हाई स्कूल और इंटर की जाली माक्र्सशीट उपलब्ध करवाता था।

जाली डिग्री गैंग का पहले भी खुलासा
एसटीएफ और दून पुलिस इससे पहले भी बीएसएमएस की फर्जी डिग्री देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर चुकी है। इस गैंग से डिग्री हासिल करने वाली कुछ डॉक्टर्स को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। एसटीएफ ने बीते 3 फरवरी को फर्जी बीएएमएस डिग्री तैयार करने वाले मास्टर माइंड इमलाख को अजमेर से गिरप्तार किया था। इमलाख मुजफ्फनगर कोतवाली हिस्ट्रीशीटर है और बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज चलाता था। एसटीएफ ने फर्जी डिग्री के आधार पर रजिस्ट्रेशन करवाने वाले कुछ आयुर्वेद डॉक्टर्स को भी गिरफ्तार किया था।