DEHRADUN: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सूबे के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज व एम्स निदेशक प्रो। रवि कांत ने विस्तृत चर्चा की। बैठक में आयुर्वेद के क्षेत्र में अनुसंधान की संभावनाओं पर भी विचार विमर्श किया गया।

मेडिकल टूरिज्म को दें बढ़ावा

एम्स निदेशक प्रो। रवि कांत ने बताया कि उत्तराखंड में हर साल लाखों की संख्या में देश-दुनिया के पर्यटक पहुंचते हैं। ऐसे में एम्स संस्थान राज्य में मेडिकल टूरिज्म को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य करेगा। जिससे उत्तराखंड की आर्थिकी में इजाफा होगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि बैठक में बहुत से मुद्दों पर चर्चा हुई है, जिसमें मेडिकल टूरिज्म प्रमुख रूप से शामिल है। उन्होंने बताया कि चर्चा में उपलब्ध जड़ी- बूटियों पर अनुसंधान पर भी जोर दिया गया है। लिहाजा सरकार इन विषयों में रिसर्च कार्य को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य करेगी, जिससे राज्य को पर्यटन के साथ- साथ आर्थिक व अन्य रूप में भी लाभ मिल सके। एम्स निदेशक के स्टाफ ऑफिसर डॉ। मधुर उनियाल ने बताया कि चर्चा में उत्तराखंड में मेडिकल टूरिज्म को आगे बढ़ाने की संभावनाओं पर मंथन किया गया, साथ- साथ उत्तराखंड के वैज्ञानिक दृष्टि से लाभकारी गुणों से युक्त लोकल प्रोडक्ट्स मंडुवा, झंगोरा व स्थानीय जड़ी बूटियों पर अनुसंधान करने पर विचार किया गया। उन्होंने बताया कि एम्स संस्थान ट्रीटमेंट स्टेंडर्ड के साथ इस विषय में राज्य सरकार के साथ कार्य करेगा, जिससे बाहर से आने वाले लोगों को इससे जोड़ा जा सके।