देहरादून (ब्यूरो)1971 के युद्ध में भारत को पाकिस्तान पर मिली निर्णायक जीत की 50वीं वर्षगांठ पर चुनावी शंखनाद के लिए देहरादून पहुंचे विजय सम्मान रैली को संबोधित करने पहुंचे कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने परिवार के बलिदान का संदर्भ देते हुए प्रदेश के साथ अपने रिश्ते को बेहद भावुक अंदाज में जोड़ा। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए उत्तराखंड से हजारों परिवारों ने कुर्बानी दी। उनके परिवार ने भी देश के लिए शहादत दी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि आज देश को बांटा और कमजोर किया जा रहा है।

सैन्य बहुल राज्य से रिश्ता जोड़ा

राहुल गांधी ने अपने 27 मिनट के संबोधन में सैन्य बहुल राज्य के साथ अपना रिश्ता बताया। इससे पहले राहुल ने 1971 के युद्ध में शामिल रहे जांबाज सैनिकों व उनके स्वजन को शाल ओढ़ाकर व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। उन्होंने हवाई दुर्घटना का शिकार हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी गई।

एकजुटता से देश को मिली जीत

रैली में राहुल ने बांग्लादेश युद्ध की परिस्थितियों का हवाला देकर देश की मौजूदा परिस्थितियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि बांग्लादेश युद्ध में जीत देश की एकजुटता की वजह से मिली। बांग्लादेश की लड़ाई ने 13 दिन में ही पाकिस्तान का सिर झुका दिया। अमेरिका ने अफगानिस्तान को हराने में 20 साल लगा दिए। हिंदुस्तान एकजुट हुआ तो अमेरिका को भी सातवें बेड़ा वापस ले जाना पड़ा।

राजनीतिक नेतृत्व ने ही नहीं, देश की जनता ने जिताया

राहुल गांधी ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सेना या राजनीतिक नेतृत्व ने नहीं, बल्कि देश की हर जाति व धर्म के व्यक्तियों ने मिलकर जिताई है। लाखों व्यक्तियों ने अपना सोना सरकार को दिया। हिंदुस्तान बंटा होता तो 13 दिन में जीत नहीं हो सकती थी। पाकिस्तान पूर्वी और पश्चिमी भाग में बंटा हुआ था। बांग्लादेश युद्ध के समय सरकार व सेना के मजबूत रिश्ते थे। एकदूसरे के प्रति आदर था। संवाद भी था। देश की अर्थव्यवस्था मजबूत थी।

इंदिरा गांधी की उपेक्षा को लेकर साधा निशाना

राहुल ने 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर गुरुवार को दिल्ली में आयोजन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उपेक्षा को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि समारोह हुआ, लेकिन उसमें इंदिरा गांधी का जिक्र तक नहीं किया गया, जिन्होंने देश के लिए 32 गोलियां खाईं। सरकार सच्चाई से डरती है। इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। वह जानते हैं कि उन्होंने अपना खून देकर देश को क्या दिया है।

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