देहरादून (ब्यूरो)। श्रद्धानंद बाल वनिता आश्रम में नाबालिग से रेप और गर्भवती होने के खुलासे के बाद हड़कंप मच गया है। शहर कोतवाली के इंस्पेक्टर केसी भट्ट ने बताया कि आश्रम में इस समय 30 छात्राएं और 20 छात्र रह रहे हैं। छात्र और छात्राएं अलग-अलग छात्रावास में रहते हैं, लेकिन उनके भोजन की व्यवस्था एक साथ होती है। इसी दौरान एक किशोर और किशोरी के बीच नजदीकियां बढ़ गईं। इसका फायदा उठाकर किशोर ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। कुछ दिन से किशोरी का स्वास्थ्य खराब था। किशोरी ने इस बारे में छात्रावास की वार्डन को बताया। इस पर आश्रम प्रबंधन ने किशोरी की चिकित्सकीय जांच कराई तो पता चला कि वह गर्भवती है। किशोर और किशोरी दोनों 12वीं कक्षा में पढ़ते हैं। किशोरी पिछले 12 साल से और किशोर 10 साल से आश्रम में रह रहा है। दोनों आश्रम में ही पढ़ाई कर रहे हैं।

पुलिस की जांच में कई तथ्य सामने आए

पुलिस की प्राथमिक जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उसके अनुसार किशोर ने किशोरी के साथ जून में दुष्कर्म किया था। तब कोरोना की दूसरी लहर और कोविड कर्फ्यू के चलते आश्रम में स्टाफ आम दिनों की अपेक्षा कम रहता था। बताया जा रहा है कि इसी दौरान किशोरी को किशोर आश्रम के एक हाल में ले गया और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया।

आश्रम में रहते हैं निराश्रित बच्चे

इस आश्रम में निराश्रित बच्चों को आसरा देने के साथ ही शिक्षा भी दिलाई जाती है। आश्रम में नेता और अधिकारी भी अपना जन्मदिन मनाने समेत अन्य आयोजन के लिए पहुंचते हैं। इसी वर्ष अप्रैल में पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपना जन्मदिन इसी आश्रम में मनाया था।

12 साल पहले ट्रेन में मिली किशोरी

इस मामले की जांच कर रही एसआइ हिमानी चौधरी ने बताया कि पीड़ित किशोरी 12 साल पहले किसी व्यक्ति को ट्रेन में मिली थी। जिसने किशोरी के स्वजन का पता नहीं चलने पर उसे आश्रम में छोड़ दिया। आरोपित किशोर के पिता नहीं हैं। उसकी मां क्लेमेनटाउन में रहती है। दोनों की कभी-कभी फोन पर बातचीत होती है। उन्होंने बताया कि किशोर और किशोरी के मजिस्ट्रेटी बयान के बाद ही हकीकत सामने आ सकेगी।

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