- बसंत विहार के इंदिरा नगर में सुबह के वक्त टीम को घेर डाला बंदरों ने

- अल्फा बंदर के साथ ही टीम पर हमला, 3 बंदर रेस्क्यू

देहरादून,

उत्पाती बंदरों ने रेस्क्यू के दौरान वन विभाग की टीम पर धावा बोल दिया। हालांकि टीम के सभी मेंबर बाल-बाल बच निकले। इसके बावजूद रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत कर तीन बंदरों को रेस्क्यू किया। इस महीने अब तक वन विभाग की टीम 40 बंदरों को रेस्क्यू कर चुकी है।

पिंजरे के पास बोला धावा

दून का शायद ऐसा कोई इलाका होगा, जहां बंदरों ने आंतक न मचाया हो। ऐसी ही शिकायत वन विभाग हेडक्वार्टर की रेस्क्यू टीम को सुबह के वक्त बसंत विहार के इंदिरानगर इलाके से मिली। बंदरों को रेस्क्यू करने के लिए टीम मौके पर पहुंची। जहां पहले से लगाए गए पिंजरे में एक छोटा बंदर फंसा हुआ था। इस दौरान जैसे ही बंदर को रेस्क्यू करने की कोशिश टीम ने की, एक एल्फा बंदर के साथ एक दर्जन बंदरों ने टीम पर हमला बोल दिया। बमुश्किल टीम ने अपनी जान बचाई और रेस्क्यू किए गए बंदर को जंगल में छोड़ने के लिए टीम रवाना हुई।

परेशान लोग ऐसे जता रहे आभार

दून विहार राजपुर रोड की डॉ रश्मि पैन्यूली ने सिटी रेस्क्यू टीम का आभार जताते हुए कहा है कि हमारे निवास व आसपास के क्षेत्र में टीम ने मुहिम चलाकर अब तक करीब 27 बंदर रेस्क्यू कर जंगल में छोड़े हैं। जिससे काफी राहत मिल रही है। विश्वास भी बना है की इस तरह की मुहिम से क्षेत्र निवासियों को बंदरों से सुरक्षा मिलेगी। इसके लिए निवासी दून विहार जाखन राजपुर रोड के निवासी टीम का आभार जताते हैं।

अब तक 40 से अधिक बंदर रेस्क्यू

एक माह के भीतर अब तक रेस्क्यू टीम की ओर से करीब 40 से अधिक बंदर रेस्क्यू किए जा चुके हैं। इसमें बसंत विहार, कारगी चौक, राजपुर रोड, सहारनपुर रोड, प्रेमनगर आदि इलाके शामिल हैं।

खुद को खतरे में महसूस कर रही टीम

बंदरों के हमले के बाद अब रेस्क्यू टीम खुद को खतरे में महसूस कर रही है। हालांकि विभाग की ओर से लाइफ सेविंग किट मुहैया कराई गई है। लेकिन टीम के सदस्यों का कहना है कि बंदर हमलावर हो जाएं, उन्हें भरोसा नहीं था। ऐसे में वन विभाग की अपील है कि वे बंदरों को लालच न दें। डस्टबिन में खाना न डालें।