- प्रेमनगर थाना इलाके में एक साइकिल पंचर लगाने वाले व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

- परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, रात में भी दुकान में ही रहता था गंगाराम, सुबह मिला मृत

देहरादून,

प्रेमनगर थाना इलाके में सैटरडे को एक साइकिल पंचर लगाने वाले व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी है। मौके पर मृतक के सिर पर गहरे चोट के निशान मिले हैं। परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस हर एंगल से जांच करने का दावा कर रही है। मृतक मूल रूप से बदायूं (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला था।

झाझरा स्थित बस्ती में रहता है परिवार

पुलिस के अनुसार, 45 वर्षीय गंगाराम मूल निवासी ग्राम गोठना, थाना गुन्नौर, बदायूं का रहने वाला था। जो पिछले चार-पांच साल से प्रेमनगर में झाझरा स्थित बालाजी धाम के पास विज्ञान भवन के पीछे स्थित झुग्गी बस्ती में परिवार के साथ रहता था। गंगाराम ने बस्ती से कुछ दूरी पर एक साइकिल पंचर की दुकान खोल रखी थी। गंगाराम रात में भी दुकान में ही सोता था। फ्राइडे रात करीब साढ़े आठ बजे गंगाराम घर से दुकान के लिए निकला। सुबह करीब आठ बजे तक वह घर नहीं आया तो गंगाराम की पत्‍‌नी उसे बुलाने दुकान पर पहुंच गई। वह दुकान में अंदर गई तो गंगाराम बिस्तर पर लहूलुहान पड़ा हुआ था। उनके सिर से खून बहा हुआ था। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, मौके पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जरुरी एविडेंस जुटाए। प्रेमनगर थाना इंचार्ज धर्मेन्द्र रोतेला का कहना है कि पुलिस को भी गंगाराम के सिर पर चोट के निशान मिले। लेकिन हत्या होने का कोई प्रमाण अभी तक नहीं मिला है। हालांकि उन्होंने कहा कि पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी है।

परिजनों का दावा, मृतक के पास थी मोटी रकम

गंगाराम के परिजनों ने पूछताछ में कुछ पैसों के लेनदेन की बात भी की है। परिजनों ने मृतक के पास मोटी रकम होने का दावा भी किया है। परिजनों ने इसी बात से हत्या होने की आशंका जताई है, कि कहीं गंगाराम की किसी ने पैसे को लेकर हत्या तो नहीं की, या फिर कहीं मारकर दुकान में तो नहीं छोड़ा। हालांकि पुलिस क्राइम सीन में कुछ ऐसा होने से इनकार कर रही है। पुलिस इस थ्योरी को नकार रही है। पुलिस का कहना है कि लॉकडाउन में दुकान में कोई काम धंधा न होने के कारण साइकिल पंचर लगाने वाले के पास पैसे होने की कोई बात अभी सामने नहीं आई है। साथ ही परिवार की आर्थिक स्थिति भी कुछ खास नहीं लग रही है। मृतक के सिर से चोट के निशान तो मिले हैं, लेकिन दुकान के अंदर से कुछ संदिग्ध चीज बरामद नहीं हुई है।