देहरादून (ब्यूरो) टूरिज्म डिपार्टमेंट के अनुसार 31 मई से 2 जून तक जॉर्ज एवरेस्ट मसूरी में पहला एस्ट्रो टूरिज्म का आयोजन शुरू किया जा रहा है। जिसमें 84 पार्टिसिपेंट्स आयोजन स्थल में स्थापित कैंपों में रात्रिप्रवास करते हुए विशेष उपकरणों के माध्यम से ब्रह्मांड की सुंदरता को देखने का एक्सपीरियंस भी प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही 1 जून से दिन में आयोजित होने वाली कई एक्टिविटीज में प्रतिभाग करने के लिए 100 से ज्यादा पार्टिसिपेंट्स की ओर से रजिस्ट्रेशन कराया जा चुका है। आयोजन का इनॉग्रेशन 1 जून को सुबह साढ़े दस बजे आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के डायरेक्टर व अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में किया जाएगा। 3 दिवसीय आयोजन में कई एक्टिविटीज शामिल रहेंगी।

ये एक्टिविटीज होंगी
-उपकरणों के माध्यम से तारों को देखना
-सौर चश्मे व एच-अल्फा फिल्टर से सौर अवलोकन
-एस्ट्रो टूरिज्म पर मंथन
-एस्ट्रोफोटोग्राफी कॉम्पिटीशन
-खगोलीय प्रदर्शन

ऋषिकेश, जागेश्वर व रामनगर
इसके बाद वर्षभर में हर्षिल जादुंग, बेनीताल, ऋषिकेश, जागेश्वर, रामनगर आदि स्थलों में भी एस्ट्रो टूरिज्म का आयोजन किया जायेगा। इसमें स्पेशलिस्ट के साथ सेमिनार व वेबिनार के अलावा उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, नैनीताल, चमोली जिलों में डार्क स्काई संभावित स्थलों को कवर किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य खगोल विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों व यात्रियों को ब्रह्मांड की सुंदरता को देखने के लिए एक साथ लाना है।

युवाओं को मिलेगा फायदा
दावा है कि ये अभियान स्थानीय युवाओं को ट्रेनिंग व स्किल डेवलेपमेंट के अवसर प्रदान करेगा। जिससे उनके लिए रोजगार के नए अवसरों का सृजन हो सके। स्टारस्केप्स की टीम स्थानीय समुदायों, यात्रा और पर्यटन भागीदारों के साथ ही होमस्टे समुदायों के साथ सक्रिय रूप से कार्य करेगी। सचिव टूरिज्म व सीईओ उत्तराखंड टूरिज्म डेवलेपमेंट बोर्ड सचिन कुर्वे के कहा है कि उत्तराखंड अपने विशाल फॉरेस्ट एरिया, नेचर बेस्ड टूरिज्म व होम स्टे के साथ एस्ट्रो टूरिस्ट की पसंद बनने के लिए खास स्थान रख रहा है। नक्षत्र सभा देश में अपनी तरह का पहला एस्ट्रो टूरिज्म अभियान है। उद्देश्य दुनिया भर से विजिटर्स को इनवाइट करना है।
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