देहरादून, (ब्यूरो): दून में करीब सौ साल पुराने व सबसे बड़े होलसेल मार्केट आढ़त बाजार में लगने वाले जाम से जल्द राहत मिलेगी। इस मार्केट को देहराखास में 100 बीघा एरिया में बसाने की कवायद चल रही है। नया आढ़त बाजार आकार लेने लगा है। चुनाव आचार संहिता खत्म नए आढ़त बाजार के लिए सबसे पहले रोड बनाने का काम तेजी से शुरू कर दिया गया है। सबसे अहम बात यह है कि पुराना आढ़त बाजार बॉटलनेक है, जिससे यहां पर रोजाना ट्रैफिक को जाम से गुजरना पड़ता है। शिफ्ट होने के बाद गांधी रोड का विस्तारीकरण प्रस्तावित है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।

रोड बनाने का काम शुरू
एमडीडीए ने सबसे पहले रोड बनानी शुरू कर दी है। रोड बनाने के बाद दुकानों का माप कर प्लॉट अलग-अलग काटे जाएंगे, जिसमें बाद दुकानों का निर्माण शुरू किया जाएगा। इस काम देरी हुई है। बताया गया कि एमडीडीए की ओर से पूर्व में जो लेआउट नए आढ़त बाजार के लिए तैयार किया गया था उसमें थोक व्यापारियों के लिए ही बड़ी दुकानें डिजाइन की गई थी, लेकिन गांधी रोड के विस्तारीकरण से प्रभावित व्यापारियों को भी योजना में शामिल किया गया है, जिसके बाद डिजाइन बदल कर इसमें करीब 150 के करीब छोटी दुकानें भी डिजाइन किया गया है। हालांकि कई गैर आढ़ती प्रभावित व्यापारी कैश लेने को भी तैयार हैं।

ह्यूम पाइप से बनेगा नदी में रास्ता
नए आढ़त बाजार के लिए वर्तमान में जो हरिद्वार हाईवे से जो रास्ता है वह काफी कम चौड़ा है। इसके लिए सड़क में अतिक्रमण को तोड़ा जाना है। काम शुरू करने के लिए एमडीडीए ने बिंदाल नदी में ह्यूम पाइप डालकर अस्थाई रास्ता बनाया जा रहा है, जिससे कार्य में किसी तरह की देरी आड़े न आए। इसके अलावा नए आढ़त बाजार में ह्यूम पाइप डालकर जल निकासी की जाएगी।

400 व्यापारी होंगे शिफ्ट
आढ़त बाजार के करीब 250 थोक व्यापारियों को नए आढ़त बाजार में शिफ्ट करने की एमडीडीए व जिला प्रशासन की योजना है। इसका डिजाइन भी तैयार कर लिया गया है, लेकिन प्रोजेक्ट में गांधी रोड के विस्तारीकरण में करीब 100 से अधिक छोटी दुकानें भी टूट रही है। इन्हें भी आढ़त बाजार में शिफ्ट किया जाना है। कुछ व्यापारी प्रतिकर लेने को तैयार हैं, तो कुछ आढ़त बाजार में दुकान के बदले दुकान मांग कर रहे हैं। पूर्व डिजाइन में थोक व्यापारियों के लिए बड़ी दुकानें ही डिजाइन है। अब पुराने डिजाइन चेंज करके एमडीडीए ने नए आढ़त बाजार निर्माण करना शुरू कर दिया है।

योजना पर एक नजर
- 356 व्यापारी हो रहे रोड चौड़ीकरण से प्रभावित
- आढ़त बाजार शिफ्टिंग के बाद जाम से मिलेगी निजात
- बॉटलनेक बने आढ़त बाजार को शिफ्ट करने में 145 करोड़ होंगे खर्च
- पुराने आढ़त बाजार में सामान लोडिंग-अनलोडिंग से व्यापारी है परेशान
- दून का सबसे पुराना है आढ़त बाजार, करीब 100 साल पहले बसाया गया
- एक आढ़ती को नए आढ़त बाजार में मिलेगी 1200 वर्ग फीट की दुकान

1200 वर्ग फीट की है दुकानें
नए आढ़त बाजार में आढ़तियों के लिए बनाए गए डिजाइन में 60 बाई 200 वर्ग फीट की दुकानें बनाई गई है। गांधी रोड के गैर आढ़ती दुकानदारों के लिए 15 बाई 15 तक की छोटी-छोटी दुकानें चाहिए, जो डिजाइन में नहीं है।

बस्ती से हटेगा इलीगल निर्माण
नए आढ़त बाजार में मेन एंट्री हरिद्वार रोड से है। रोड की चौड़ी 60 मीटर दर्शाई गई है। जबकि वर्तमान में यह रोड काफी कम चौड़ी है। जानकारों की मानें तो यदि इस रोड को 60 मीटर तक चौड़ा किया जाता तो इसके लिए बस्ती से अतिक्रमण हटाना पड़ेगा।

गांधी रोड विस्तारीकरण पर एक नजर
400
के करीब प्रभावित व्यापारियों को बसाया जाएगा नए आढ़त बाजार में
1200
वर्ग मीटर है आढ़तियों की एक दुकान का साइज
24
मीटर चौड़ी होनी है गांधी रोड
14
मीटर चौड़ी है आढ़त बाजार में रोड
06
मीटर तोड़ी जानी है गांधी रोड पर दोनों तरफ बनी दुकानों को
250
के करीब दुकानें आढ़त बाजार से होंगी शिफ्ट
100
से अधिक दुकानें गांधी रोड से हटाई जानी है
145
करोड़ के खर्च होने का किया गया है प्रावधान

नए आढ़त बाजार निर्माण का कार्य चुनाव आचार संहिता हटने के बाद तेजी से शुरू कर दिया गया है। सबसे पहले रोड बनानी शुरू की गई है। रोड के बाद प्लॉट काट कर कंस्ट्रक्शन शुरू किया जाएगा। दुकानों का शीघ्र निर्माण करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
एचसीएस राणा, अधीक्षण अभियंता, एमडीडीए

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