- दून पहुंचे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया

- प्रिंसिपल्स कॉन्क्लेव में दून के 250 से ज्यादा प्रिंसिपल्स के साथ किया संवाद

देहरादून,

देहरादून पहुंचे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एजुकेशन इंडिया संस्था की ओर से आयोजित प्रिंसिपल्स कॉन्क्लेव में दून के 250 से ज्यादा प्रिंसिपल्स के साथ संवाद किया। उन्होंने नई शिक्षा नीति पर अपने विचार रखे, उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति अच्छी सोच है, लेकिन इसे लागू करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि नीति को लागू करने में इस बात का खास ख्याल रखना होगा कि यह हर राज्य, जिले या एक ही जिले के दस स्कूलों में अलग तरीके से लागू हो सकती है।

दिल्ली की शिक्षा में क्रांति लाने वाले तीन कार्यक्रम

सुभाष रोड स्थित एक निजी होटल में आयोजित कॉन्क्लेव में मनीष सिसोदिया ने नई शिक्षा नीति में प्री-प्राइमरी स्कूल को तवज्जो दिए जाने की भी सराहना की। सिसोदिया ने कहा कि दस्तावेज में प्री-प्राइमरी शिक्षा को जगह देना ही काफी नहीं, हर बच्चे के माइंडसेट को समझकर उसे शिक्षित किया जाना जरूरी है। वर्तमान शिक्षा प्रणाली के हिसाब से देश के पांच फीसद बच्चों को सबसे अच्छी शिक्षा दी जा रही है और 95 परसेंट को कामचलाऊ। उन्होंने बताया कि वर्तमान में दिल्ली की शिक्षा में क्रांति लाने वाले तीन कार्यक्रम हैं। जिसमें नर्सरी से आठवीं तक हैप्पीनेस कार्यक्रम, नौंवी से लेकर 12वीं तक एन्ट्रोप्रिन्योरशिप माइंडसेट और देशभक्ति कार्यक्रम शामिल हैं। ऐसे कार्यक्रमों को उत्तराखंड में भी लागू किया जाएगा, जिससे यहां के छात्रों का विकास हो सके। कार्यक्रम में सीबीएसई के आरओ रणबीर सिंह समेत सम्मेलन में करीब 250 प्रिंसिपल शामिल हुए।

कोरोना को हराने के लिए वैक्सीन, पढ़ाई के नुकसान के लिए नहीं

मनीष सिसोदिया ने कोरोना में टीचर्स द्वारा किए गए कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि बिना विधिवत ट्रेनिंग के टीचर्स ने जो कार्य किया, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने के लिए वैक्सीन आ सकती है, लेकिन इससे पढ़ाई का जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई के लिए वैक्सीन नहीं बनाई जा सकती।

शहीद स्मारक पहुंचकर किया श्रद्धासुमन अर्पित

देहरादून पहुंचे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का पार्टी कार्यकत्र्ताओं ने रिस्पना पुल पर स्वागत किया। यहां से वह शहीद स्मारक पहुंचे और राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीते 20 साल में शीहदों के आश्रितों को सिर्फ बदहाली देखने को मिली है। शहीदों के सपनों को पूरा करने के लिए ही आम आदमी पार्टी उत्तराखंड आई है। इसके बाद उन्होंने घंटाघर पर पर्वतीय गांधी इंद्रमणि बडोनी के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।