देहरादून (ब्यूरो) सहस्रधारा रोड चौड़ीकरण की जद में करीब 2000 पेड़ आए। यह रोड जोगीवाला से सहस्रधारा तक करीब 14 किमी। तक फोर लेन बनाई जा रही है। पीडब्ल्यूडी अस्थाई खंड ऋषिकेश के एई दिनेश सिंधवाल ने बताया कि यूकेलिप्टस के 1006 पेड़ों को काट दिया गया, लेकिन फलदार व अन्य प्रजाति के करीब 994 पेड़ों को बचाने के लिए खाली पड़ी सरकारी जमीन पर ट्रांसप्लांट किया गया। ये पेड़ 50 साल पुराने बताए जा रहे हैं। इनमें से कई की जड़ें खोखली हो चुकी हैं।

रायपुर स्टेडियम में कम सर्वाइवल
पीडब्ल्यूडी अस्थाई खंड ऋषिकेश की ओर से सहस्रधारा रोड के पेड़ों को रायपुर स्टेडियम के पास नदी किनारे, बीमा विहार धोरण, डोडा खुदानेवाला, आमवाला डांडा लखौंड और हर्रावाला रेलवे स्टेशन के पास सरकारी जमीन पर ट्रांसप्लांट किया है। इनमें सर्वाधिक 400 के करीब पेड़ स्टेडियम के पास लगाया गया है, जहां पेड़ों का सर्वाइवल 30 से 40 परसेंट तक है। यहां अधिकांश पेड़ सूख रहे हैं। इसके पीछे विभाग कई तर्क दे रहा है। नदी साइट के चलते यहां पथरीली जमीन है, जिस वजह से पेड़ों की जड़ें नहीं जम पा रही हैं। इसके अन्य कारणों की एक्सपर्ट से राय ली जा रही है।

फूटने लगे नए अंकुर
आमवाला डांडा लखौंड में अधिकांश पेड़ों में अंकुर फूटने लगे हैं। यहां सूखने के बाद पेड़ थोड़ा-थोड़ा हरे होने लगे हैं। बताया जा रहा है कि पेड़ों को रोजाना पानी और अन्य खाद दी जा रही है। यहां पर सर्वाइवल रेट 70 से 80 परसेंट तक है। बीमा विहार और डांडा खुदानेवाला में भी पेड़ सर्वाइव कर रहे हैं। ओवरऑल देखें तो करीब 50 परसेंट पेड़ सर्वाइव कर रहे हैं। विभाग इसको बड़ी उपलब्धि मान रहा है। विभाग का कहना है कि 1 पौधा लगाने पर पेड़ बनने में 20 से 25 साल लग जाते हैं। ऐसे में यदि 50 परसेंट पेड़ भी बच गए तो इससे 25 साल का पर्यावरणीय नुकसान बच गया है।

हरिद्वार बाईपास से 60 पेड़ ट्रांसप्लांट
नेशनल हाईवे पीडब्ल्यूडी के डोईवाला डिविजन ने भी हरिद्वार बाईपास रोड के चौड़ीकरण की जद में आए करीब 54 पेड़ों को ट्रांसप्लांट किया है। इसमें से अधिकांश पेड़ हाईवे के किनारे से ही रोपे गए। कुछ पेड़ सूख रहे हैं लेकिन अधिकांश पेड़ सर्वाइव कर रहे हैं।

खास बातें
1054
पेड़ों को किया गया अब तक ट्रांसप्लांट
994
पेड़ सहस्रधारा रोड से किए गए ट्रांसप्लांट
400
से अधिक पेड़ ट्रांसप्लांट किए रायपुर स्टेडियम के पास
50
परसेंट तक सर्वाइव कर रहे पेड़

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