- अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सभी परीक्षाओं में रिजल्ट के साथ मूल ओएमआर शीट भी होगी अपलोड

- सीएम ने बेबसाइड का किया शुभारंभ, भर्तियों में आएगी पारदर्शिता

DEHRADUN: समूह ग की भर्तियों में पारदर्शिता लाने के लिए राज्य सरकार ने एक नई पहल की है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं के परिणाम के साथ अब अभ्यर्थी को उसकी ओएमआर सीट भी देखने को मिलेगी।

रोल नम्बर, जन्म तिथि से जानकारी

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सभी परीक्षाओं में अब परीक्षा परिणाम निकाले जाने के साथ ही सभी अभ्यर्थियों की मूल ओएमआर शीट की स्कैन प्रति भी आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। अभ्यर्थी अपनी जन्मतिथि व अनुक्रमांक डालकर मूल ओएमआर शीट की स्कैन प्रति देख सकेंगे। जिसके आधार पर संबंधित परीक्षा का परिणाम निकाला गया है। सोमवार को सीएम ने विधानसभा में इसका विधिवत शुभारंभ किया। इससे पहले ख्क् मई ख्0क्7 से उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा पहली बार प्रदेश में तीन प्रतियों वाली मूल ओएमआर शीट का उपयोग प्रारम्भ किया गया था। इनमें पहली मूल ओएमआर शीट गुलाबी रंग की है। यह परीक्षा परिणाम निकालने के लिए उपयोग में लाई जाती है। दूसरी प्रति नारंगी रंग की है , यह प्रति परीक्षा केन्द्र से कोषागार में जाती है, कोषागार में ये प्रति संबंधित पदों की अंतिम नियुक्ति हो जाने तक रखी जा रही है। तीसरी प्रति हरे रंग की होती है, इसे अभ्यर्थी परीक्षा के बाद अपने साथ ले जाता है।

नहीं होगी किसी प्रकार की गड़बड़ी

आयोग का दावा है कि राज्य सरकार के इस निर्णय से गड़बड़ी की आशंका समाप्त हो जाएगी। रिजल्ट के साथ ओएमआर शीट से अभ्यर्थी अनपी ओएमआर शीट का मिलान कर सकता है। इससे अभ्यर्थी को पता चल जाएगा कि उसे किस तरह अंक दिए गए हैं। बताया गया कि अब तक प्रतियोगी परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने के लिए जिलाधिकारी के स्तर पर कई कदम उठाए गए हैं।

परीक्षा केंद्रों पर क्या होती है व्यवस्था

- प्रतियोगी परीक्षाओं में एक मजिस्ट्रेट की तैनाती।

- चेकिंग के लिए पुलिस और होमगार्ड।

- प्रत्येक परीक्षा केंद्र में एक कंट्रोल रूम।

- परीक्षा कक्ष की वीडियोग्राफी।