देहरादून ब्यूरो। 9 नवंबर 2000 को राज्य गठन के बाद से लगातार दून में न केवल ट्रैफिक में इजाफा हो रहा है। बल्कि, वाहनों की संख्या में करीब 9 लाख तक पहुंच गई है। सच्चाई ये है कि आज भी एकाध इलाकों को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर इलाकों में वही संकरी सड़कें मौजूद हैं। जिस कारण आए दिन पुलिस व ट्रैफिक पुलिस को ट्रैफिक प्रेशर कम करने में पसीने छूट रहे हैं। लेकिन, उम्मीद के मुताबिक नतीजा सीमित ही नजर आ रहा है। इसी क्रम में अब ट्रैफिक पुलिस ने ड्रोन की मदद लेने का निर्णय लिया है। एसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे के मुताबिक राजधानी में ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए ड्रोन की मदद लिए जाने की शुरुआत की जा रही है।
अब तक इतने ट्रायल
-वन-वे
-स्कूलों की छुट्टी का टाइम चेंज
-स्कूलों के साथ बैठक
-वाहनों को टो किया जाना
-महिला फोर्स की तैनाती
-चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे
-स्मार्ट सिटी के हाई रेजोलेशन एएनपीआर कैमरे
-सड़कों पर नो पार्किंग
-कुछ इलाकों में स्मार्ट पार्किंग

ट्रायल हो रहा सक्सेस
एसपी ट्रैफिक के मुताबिक ट्रैफिक पुलिस के पास वर्तमान में एक ड्रोन मौजूद है। जिसके जरिए ट्रैफिक में सुधार लाने की कोशिश की जा रही है। दून में ट्रायल के तौर पर इसकी शुरुआत की गई है। जिसका रिस्पांस पॉजिटिव देखने को मिल रहा है। फिलहाल, ट्रायल के तौर पर आजकल ड्रोन चकराता रोड, बिंदाल के आसपास भीड़भाड़ वाले इलाकों में उड़ाया जा रहा है। ड्रोन के जरिए ऑन द स्पॉट तत्काल रिपोर्ट ट्रैफिक पुलिस तक पहुंच रही है और इसी दौरान पुलिस का टोइंग दस्ता वाहन को टो कर कार्रवाई कर रहा है।

इन इलाकों में ड्रोन की तैनाती
-वीआईपी मूवमेंट रूट्स
-पुलिस रहित रूट्स
-ओवर क्रॉउड एरियाज
-मिड सिटी एरियाज

400 पर जुर्माना, 216 को नोटिस
फुटपाथ पर भी ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई जारी ट्रैफिक पुलिस ने फुटपाथ पर अतिक्रमण की अपनी कार्रवाई जारी रखी है। अब तक स्पेशल कैंपेन के तहत 400 अतिक्रमणकारियों पर शहर के तमाम इलाकों पर फस्र्ट फेज में जुर्माना वसूला जा चुका है। सेकेंड फेज में सामान उठाया जाएगा और थर्ड फेज में केस भी दर्ज किया जा सकता है। यही वजह है कि ट्रैफिक पुलिस ने अब तक नगर निगम और सीपीयू की मदद से 216 अतिक्रमणकारियों को वॉर्निंग नोटिस जारी किए हैं। जिन्हें चेतावनी दी है कि दोबारा अतिक्रमण किया गया तो इसके बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सीनियर सिटीजन, बच्चों को ज्यादा दिक्कत
दरअसल, शहर के अधिकतर ऐसे इलाके हैं, जहां फुटपाथ पर लोगों ने अतिक्रमण किया है। इस अतिक्रमण से लोगों को पैदल चलने के लिए सड़कों के बीचोंबीच आना पड़ रहा है। इसको लेकर कई बार एक्सीडेंट का खतरा भी बढ़ रहा है। खासकर सीनियर सिटीजन, बच्चों को फुटपाथ पर कब्जा होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बावत कई बार विभाग को शिकायतें भी मिल चुकी है। जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने नगर निगम की मदद से इस पर कार्रवाई शुरू की है।