RISHIKESH: विजयदशमी पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने परमार्थ निकेतन घाट पर गंगा दर्शन कर तीर्थनगरी से विदाई ली। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने उन्हें गंगा जल कलश भेंट किया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने रविवार को सुबह मां गंगा के दर्शन कर परमार्थ प्रांगण में प्रकृति रक्षा का संदेश देते हुए कहा कि पेड़-पौधों के संरक्षण के लिए सभी को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे बड़ी प्रसन्नता है कि परमार्थ गुरुकुल के ऋषिकुमार स्वामी चिदानंद सरस्वती के संग आध्यात्मिक गतिविधियों के साथ पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। परमार्थ निकेतन के पवित्र वातावरण में हो रहे यज्ञ और प्रार्थना का दर्शन करते हुए अजीत डोभाल के परिवार और उनकी पूरी टीम ने विदा ली।

यज्ञ और प्रार्थना सुखद अहसास

एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि मेरा परमार्थ का प्रवास आनंद और ऊर्जा से युक्त रहा। परमार्थ निकेतन वास्तव में स्वर्ग है। यहां स्थित अति प्राचीन पीपल और वट के विशाल वृक्ष पंचवटी की याद दिलाते हैं। ये विशाल वृक्ष ही मुझे तपस्वी लगते हैं। मानो सदियों से यहां तपस्यारत हों। इन वृक्षों की सघन छांव में बैठकर यज्ञ और प्रार्थना करना वास्तव में एक सुखद और अलौकिक अनुभव का एहसास दिलाता है। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि दशहरा पर्व को विजयदशमी या आयुध-पूजा आदि विभिन्न नामों से जाना जाना जाता है। परंतु संदेश एक ही है सत्य की असत्य पर विजय। हमारे शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि भगवान श्रीराम ने इसी दिन रावण का वध किया था। दशहरा पर्व को चाहे हम भगवान श्रीराम की रावण पर विजय के रूप में या मां दुर्गा की महिषासुर पर विजय के रूप में मनाएं, दोनों ही रूपों में यह सत्य की असत्य पर विजय है। शक्ति की आराधना और शस्त्रों के पूजन का ही पर्व है। भारतीय संस्कृति हमेशा से ही वीरता और शौर्य की उपासक रही है।

मसूरी पहुंचे एनएसए अजीत डोभाल

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल निजी दौरे पर भारी सुरक्षा के बीच रविवार सुबह पत्नी के साथ मसूरी पहुंचे। यहां वह झड़ीपानी स्थित अपने निजी आवास में ठहरे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, वह सोमवार सुबह सात बजे दिल्ली रवाना होंगे। उधर, एनएसए के मसूरी आने की सूचना मिलते ही पूरे रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। खुद एसपी सिटी और सीओ उनकी सुरक्षा की व्यवस्था में लगे रहे। उनके कोल्हूखेत पहुंचने पर बार्लोगंज और चूनाखाल में ट्रैफिक रोक दिया गया। झड़ीपानी स्थित उनके आवास के आसपास भारी फोर्स तैनात किया गया है।