देहरादून (ब्यूरो) विभाग की मानें तो मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के तहत जापान में केयर गिवर जॉब रोल के लिए स्पेशल लैंग्वेज की ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग करीब 3-4 महीने की होती है, जिसमें जापान, जर्मनी और इंग्लैंड जैसे देशों की लैंग्वेज सिखाई जा रही हैैं, जिसके लिए खास तौर पर जापान से टीचर बुलाए गए। जानकारी के मुताबिक जून महीने तक ट्रेनिंग ले रहे सभी स्टूडेंट्स की पोस्टिंग हो जाएगी। बताया गया है कि योजना के तहत विदेश में हेल्थ सेक्टर हॉस्पिटेलिटी व अन्य सेक्टर में जॉब के लिए खास ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जा रहा है। इस प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट्स उस जगह के लैंग्वेज की ट्रेनिंग दी गयी है। जिस देश में उन्हें भेजा जा रहा है। प्रोग्राम के तहत गत एक वर्ष में जापान, जर्मनी और इंग्लैंड में हेल्थ सेक्टर में अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार किये गए स्टूडेंट्स में से कुछ को जापान भेज दिया गया है।

2021 में हुई थी शुरुआत
2021 में योजना के तहत प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी। जिसके बाद से अब तक जापान, जर्मनी और इंग्लैंड जैसे देशों में जाने के लिए स्टूडेंट्स को अलग-अलग लैंग्वेज की ट्रेनिंग दी जा रही है। एम्प्लॉयमेंट डिपार्टमेंट की डिप्टी डायरेक्टर चंद्रकांता का कहना है की इस लैंग्वेज ट्रेंनिंग प्रोग्राम से टैलेंटेड स्टूडेंट्स को बेहतर स्केल पर फॉरेन कंट्रीज में जॉब मिलती है।

कैबिनेट में भी आया था प्रस्ताव
हायर एजुकेशन करने के बाद जो युवा फॉरेन में जॉब करना चाहते हैं। सरकार ने मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके तहत युवाओं को न सिर्फ विदेशी भाषाएं पढ़ाये जाने का फैसला लिया। बल्कि, उनका स्किल डेवलपमेंट भी किए जाने पर निर्णय लिया। कैबिनेट की बैठक में जाए प्रस्ताव के बाद बताया गया कि इच्छुक युवाओं की जानकारी लिए अपुणी सरकार पोर्टल पर एप्लीकेशन भी डेवलप किया गया। जहां युवाओं का डेटा बेस तैयार किया जाएगा। उस वक्त ये भी कहा गया था कि विदेश में रोजगार के क्षेत्र में कार्य करने वाली तमाम ऑर्गनाइजेशंस से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के माध्यम से प्रस्ताव भी मांगे जाएंगे।

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