- नागा संन्यासियों के साथ साधु-संत और विदेशी श्रद्धालु हुए पेशवाई में शामिल

- पेशवाई के दर्शनों को उमड़ा सैलाब, साधु-संतों का लिया आशीर्वाद

HARIDWAR: महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई ने सोमवार को शाही शान-ओ-शौकत के साथ छावनी में प्रवेश किया। यह पेशवाई इस मायने में भी खास थी कि इसमें बड़ी संख्या में नागा संन्यासियों के साथ साधु-संत व विदेशी श्रद्धालु भी शामिल हुए। तेज धूप के बावजूद पेशवाई की भव्यता के दर्शनों को कुंभनगरी में आस्था का सैलाब उमड़ा रहा।

संन्यासियों व साधु-संतों का स्वागत

कनखल स्थित दक्षेश्वर मंदिर से शुरू हुई पेशवाई शिवडेल स्कूल, श्रीयंत्र मंदिर, जगजीतपुर बस स्टैंड, बूढ़ी माता मंदिर, देशरक्षक औषधालय तिराहा, सर्राफा बाजार, पहाड़ी बाजार व आरके मिशन रोड होते हुए बंगाली मोड़ स्थित अखाड़े की छावनी में संपन्न हुई। पेशवाई को लेकर स्थानीय निवासियों का उत्साह भी देखते ही बन रहा था। पेशवाई में शामिल नागा संन्यासियों व साधु-संतों का वो स्थान-स्थान पर स्वागत कर रहे थे। वहीं, हेलीकॉप्टर व पैरा-ग्लाइडर से भी पेशवाई पर पुष्प वर्षा हो रही थी। भव्य रूप से निकाली गई इस पेशवाई में अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद व सचिव महंत रविंद्रपुरी समेत 40 से अधिक महामंडलेश्वर और बड़ी संख्या में नागा संन्यासी व संत-महंत शामिल हुए। पूरे पेशवाई मार्ग पर सड़क के दोनों ओर नागा संन्यासियों का आशीर्वाद लेने श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा। युद्ध कला का प्रदर्शन कर रहे नागा संन्यासी और हाथी, घोड़ों व ऊंट पर सवार साधु-संत पेशवाई की भव्यता में नगीने जड़ रहे थे। इससे पूर्व, आचार्य महामंडलेश्वर विशोकानंद भारती, सचिव महंत र¨वद्रपुरी, महामंडलेश्वर स्वामी कमलानंद गिरि, अटल अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती व अखाड़े के संतों ने पेशवाई को रवाना किया। जबकि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि व निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत र¨वद्रपुरी ने दक्ष मंदिर पहुंचकर पेशवाई का स्वागत किया।

परी अखाड़े ने किया गंगा पूजन

परी अखाड़े ने सोमवार को विधि-विधान से हरकी पैड़ी पर गंगा पूजन कर हरिद्वार कुंभ की सफलता की कामना की। परी अखाड़ा प्रमुख आचार्य महामंडलेश्वर श्रीपंच आदि शंकराचार्य त्रिकाल भवंता की अगुआई में गंगा पूजन हुआ। उन्होंने सोमवार दोपहर अखाड़ा सदस्यों के साथ हरकी पैड़ी पहुंचकर विधिवत गंगा पूजन संपन्न किया। साथ ही, धर्म क्षेत्र में महिलाओं की सम्मान पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।

जूना अखाड़ा के साथ महाशिवरात्रि स्नान करेगा किन्नर अखाड़ा

किन्नर अखाड़ा 11 मार्च को महाशिवरात्रि स्नान श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के साथ करेगा। अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने इंटरनेट मीडिया में जारी अपने वीडियो बयान में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मेला प्रशासन उनके लिए सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने मेला प्रशासन से नाराज होने तथा महाशिवरात्रि स्नान के बहिष्कार की तथाकथित चर्चाओं को नकार दिया। उन्होंने कहा कि किन्नर अखाड़ा सरकार तथा मेला प्रशासन के साथ है। प्रशासन की गाइड लाइन का पालन करते हुए अखाड़ा महाशिवरात्रि स्नान करेगा।