देहरादून (ब्यूरो)। बीते 9 दिसंबर को जीएमएस रोड स्थित होटल सनपार्क में राजपुर रोड निवासी संदीप शर्मा के बेटे की शादी हुई थी। विवाह समारोह के दौरान चोरों ने दूल्हे की मां का पर्स चुरा लिया। पर्स में कुछ नकदी, घर की चाबियां और कुछ अन्य सामान था। 10 दिसंबर को इस चोरी की रिपोर्ट थाना पटेलनगर में दर्ज करवाई गई। जांच के दौरान 11 दिसंबर को एक संदिग्ध स्विफ्ट कार के बारे में जानकारी मिली। पुलिस ने कमला पैलेस, मंडी, कारगी चौक मे पुलिस बल नियुक्त कर वाहनों की चेंकिंग की। कमला पैलेस में एक कार की चेकिंग की गई तो उसमें चार महिलाएं और एक पुरुष ड्राइवर मिले। जांच करने पर कार का नंबर फर्जी पाया गया। कार के असली नंबर प्लेट डिक्की में रखी मिली। पूछताछ करने पर उन्होंने सनपार्क इन होटल में चोरी करने की बात स्वीकार की। उनके कब्जे से 1 लाख 5 हजार रुपये भी बरामद किये गये।

मेहमान बनकर पहुंचते हैं शादी में
पूछताछ में पता चला कि पकड़े गये पांचों आरोपी एक ही परिवार के हैं। वे एक गैंग बनाकर काम करते हैं। शादियों में मेहमान बनकर जाते हैं और मौका देखकर दुल्हन के जेवरात या घरवालों के रुपये चोरी कर लेते हैं। यह गैंग अलग अलग राज्यों के विभिन्न शहरो में जाकर वारदात करता है। 9 दिसंबर को गैंग के सदस्यों ने मध्य प्रदेश में अपने जानकार भगवान सिंह से उसकी स्विफ्ट कार किराये पर ली और हरिद्वार व देहरादून में शादियों में चोरी करने की योजना बनाई। गैंग के सदस्य आगरा, सहारनपुर, हरिद्वार होते हुए देहरादून पहुंचे। कचहरी के पास होटल कम्फर्ट में एक कमरा किराये पर लिया।

एमपी की नंबर प्लेट उतारी, यूके की लगाई
गिरोह के सदस्यों के अनुसार पुलिस से बचने के लिये कार की आगे की नंबर प्लेट उतारकर डिक्की मे रख दी और देहरादून नंबर की फर्जी नम्बर प्लेट लगा ली। फर्जी नम्बर प्लेट उन्होंने पहले से ही बनवा रखी थी। रात्रि में कार में बैठकर गिरोह के सदस्य शादी वाली जगह तलाशने लगे। होटल सनपार्क इन में अच्छी शादी होती दिखायी दी। पांचों मेहमान बनकर शादी में चले गये। दो महिलाएं होटल में चली गई और दो गेट के पास सिक्योरिटी गार्ड व पुलिस को देखने के लिए खड़ी हो गई। होटल से कुछ दूरी पर सोनू ने कार खड़ी कर दी थी। देखकर उन्होंने लेदर का बैग उड़ा लिया। और वापस होटल में आ गये। मैनेजर को किसी रिश्तेदार के बीमार होने और हर हाल में हरिद्वार जाने की बात कहकर हरिद्वार चले गये। होटल सनपार्क इन होटल से चोरी किये गये बैग में एक लाख 15 हजार रुपये मिले। जो पांचों ने बांट लिये। 10 दिसंबर को हरिद्वार में चोरी का प्रयास किया, लेकिन मौका नहीं मिला। 11 दिसंबर को फिर देहरादून आये थे, लेकिन चौरी का मौका मिलने से पहले ही पुलिस ने पकड़ लिये।

पहले कई शहरों में चोरियां
गिरोह के सदस्य इससे पहले भी कई शहरों विवाह समारोहों में चोरी कर चुके हैं। इन शहरों में आगरा, सहारनपुर, हल्द्वानी, रुद्रपुर, दिल्ली, मेरठ आदि शहर शामिल हैं। गिरोह के सदस्य शादियों के अलावा मेलों और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर भी इसी तरह चोरी की घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं।

गिरफ्तार किये गये आरोपी
- सोनू पुत्र नाजम सिंह, उम्र 24 वर्ष
- कामिनी पत्नी सोनू, उम्र 22 वर्ष
- पुष्पा देवी पत्नी राजपाल, उम्र 55 वर्ष
- आरती पत्नी शोभा राम उम्र 40 वर्ष
- पिराना पुत्री भारत सिसौदिया, उम्र 19 वर्ष