- वेडनसडे को पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आयोजित हुआ सम्मेलन

- डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश, पीडि़त को न्याय दिलाना हो पुलिस की प्राथमिकता

देहरादून,

स्टेट के डीजीपी का चार्ज संभालते ही आईपीएस अशोक कुमार एक्शन मोड में हैं। पुलिसकर्मियों के हितों की रक्षा को लेकर पहल करने के साथ ही डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को छवि सुधारने की नसीहत भी दी है। वेडनसडे को पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आयोजित सम्मेलन में डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिसकर्मियों को पीडि़त को न्याय दिलाने पर जोर दिया। उन्होंने सख्त लहजे में पुलिसकर्मियों को कहा कि पीडि़त के साथ किसी भी तरह का दु‌र्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पीडि़त को न्याय दिलाना ही हमारा पहला कर्तव्य है।

कंप्लेन नहीं सुनी तो एक्शन

डीजीपी ने कहा कि स्टेट के किसी थाने या पुलिस चौकी में पीडि़त की कंप्लेन नहीं सुनी गई तो ऐसे थाना और चौकी इंचार्ज को पद पर नहीं रहने दिया जाएगा। कहा कि पुलिस की ड्यूटी काफी कठिन होती है। इस कारण वह तनाव में रहते हैं। कोशिश की जाएगी कि उनका तनाव कम हो। पुलिसकर्मियों को शारीरिक और मानसिक तौर पर फिट रखने की योजना बनाई जाएगी। पुलिसकर्मियों के स्वजनों की शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी गंभीरता से लिया जाएगा। अशोक कुमार ने कहा कि अच्छे स्कूलों में पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए कोटा तय करने के लिए पैनल बनाया जाएगा।

हर जिले में होगा सम्मेलन

वेडनसडे को आयोजित सम्मेलन में डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिसकर्मियों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने पारिवारिक ट्रांसफर की समस्याओं का जिक्र किया। सम्मेलन में 230 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने शिरकत की। इससे पहले पुलिस लाइन पहुंचने पर पुलिस गारद ने डीजीपी को सलामी दी। उन्होंने बताया कि अब स्टेट के सभी 13 जिलों व पुलिस की छह बटालियनों में इस तरह के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।