- स्मार्ट सिटी के काम अब भी अधूरे, नालों की सफाई के नाम पर नगर निगम भी सुस्त

- 15 जून के बाद शुरू हो जाती है प्री मानसून की बारिश, कब होंगी तैयारियां

देहरादून

मई के महीने में हुई बेमौसमी बारिश ने बता दिया है कि यदि सिटी में नालों और नालियों की सफाई पर पूरा फोकस नहीं किया गया तो इस साल मानसून के दौरान जलभराव की समस्या गंभीर रूप ले सकती है। मानसून आने में अब सामान्य रूप में 20 से 25 दिन का वक्त रह गया है। लेकिन, दून सिटी में नालों की सफाई का काम अभी प्रॉपर तरीके से शुरू नहीं हो पाया है। आमतौर पर गर्मियां शुरू होने के साथ ही नालों की सफाई का काम शुरू हो जाता है, लेकिन इस बार अब तक नगर निगम का पूरा फोकस सेनेटाइजेशन पर है। ऐसे में नालों की सफाई का काम जोर नहीं पकड़ पा रहा है। दूसरी तरफ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधूरे पड़े काम भी मानसून के दौरान दूनाइट्स के लिए बड़ी परेशानी बन सकते हैं।

नाला गैंग में मैनपावर कम

नगर निगम ने नालों की सफाई के लिए नाला गैंग गठित की है। यह गैंग उस वक्त बनी थी, जब नगर निगम क्षेत्र में 60 वार्ड थे। अब आसपास के रूरल एरिया को मिलाकर वाडरें की संख्या 100 हो चुकी है, लेकिन नाला गैंग भी अब भी करीब 60 कर्मचारी हैं। इतना ही नहीं सेनेटाइजेशन आदि के दौरान इन लोगों को भी वापस बुला लिया जाता है। फिलहाल किसी तरह नये और पुराने वाडरें में नाला गैंग के कर्मचारियों को एडजस्ट करने का प्रयास किया जा रहा है।

जेसीबी की जरूरत

सिटी के बाहरी इलाकों में दर्जनभर बड़े नाले हैं, जिन्हें साफ करने के लिए जेसीबी मशीनों की जरूरत है। इस क्षेत्रों के लोग अपने पार्षदों के माध्यम से शिकायत कर रहे हैं। पार्षद नगर निगम के अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं, लेकिन फिलहाल नगर निगम ऐसी कोई व्यवस्था नहीं कर पा रहा है।

स्मार्ट सिटी के काम भी अधूरे

स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के अधूरे काम भी आने वाले बरसात के सीजन में दूनाइट्स को परेशान कर सकते हैं। हालांकि डीएससीएल की ओर से दावा किया जा रहा है कि ज्यादातर काम पूरे हो चुके हैं और जो काम बाकी हैं, उन्हें जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। डीएससीएल के सीईओ तीन दिन पहले ही संबंधित अधिकारियों को मानसून सीजन से पहले काम पूरा करवाने के निर्देश दे चुके हैं। लेकिन, फिलहाल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कारण सिटी की सड़कों में जिस तरह से काम बिखरे हुए हैं, अगले कुछ महीनों में इन कामों के पूरा हो पाने की संभावना बहुत कम है। यानी के मानसून सीजन में दून के सड़कों पर सफर कठिन होने की पूरी आशंका है।

पार्षद भी जता रहे चिंता

इस बार नगर निगम का पूरा ध्यान सेनेटाइजेशन पर है। नालों की सफाई का काम प्रॉपर तरीके से नहीं हो पा रहा है। हम अपनी तरफ से कोशिश कर रहे हैं। जितने कर्मचारी हमारे पास मौजूद हैं, उन्हीं से नालियों की सफाई करवाने का प्रयास कर रहे हैं। बड़े नालों की सफाई की व्यवस्था जल्दी की जानी चाहिए।

विजेन्द्र पाल, पार्षद

वार्ड - 16

मेरे वार्ड में नालों की सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। चंद्रबनी क्षेत्र में बड़े-बड़े नाले हैं, उनकी सफाई के लिए जेसीबी मशीनों की जरूरत है। लगातार अधिकारियों के साथ संपर्क करके उन्हें समस्याओं से अवगत करवा रहे हैं। बरसात से पहले बड़े नालों की सफाई नहीं की गई तो काफी मुश्किल होगी।

सुखवीर बुटोला, पार्षद

वार्ड - 91

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मेरे वार्ड में छोटी बिंदाल नदी है। अभी सफाई नहीं हो पाई है। मेयर और अधिकारियों से मिलकर मैंने समस्या रखी है। इसकी सफाई न हुई तो बरसात के दिनों में नदी ब्लॉक होने और फिर लोगों के घरों में पानी भरने की समस्या हो सकती है। उम्मीद है जल्दी काम शुरू हो जाएगा।

नंदिनी शर्मा, पार्षद

वार्ड - 12