देहरादून: नदियों में सिल्ट आने से 11 पावर हाउस में बिजली उत्पादन ठप हो गया है। सिर्फ दो पावर हाउस मनेरी भाली-द्वितीय और कुल्हाल में ही बिजली उत्पादन हो रहा है। उत्पादन में गिरावट आने से राज्य में अघोषित बिजली कटौती भी हो रही है।

सूबे में शनिवार की रात और रविवार को जमकर बारिश हुई, जिससे नदियों में सिल्ट आने से टरबाइन की रफ्तार थम गई। जल विद्युत निगम के अधिकारियों का कहना है कि नदियों का जल स्तर कम होने में समय लगेगा। उत्तराखंड ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता एके सिंह के अनुसार सेंट्रल ग्रिड से बिजली लेकर आपूर्ति की जा रही है। जल विद्युत परियोजनाएं में उत्पादन ठप होने से समस्या पेश आ रही है। ऐसे में रोस्टिंग के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।

4.5 मिलियन यूनिट कम बिजली

राज्य में सामान्यत: 34 मिलियन यूनिट बिजली की प्रतिदिन जरूरत है, जबकि इसके सापेक्ष महज 29.5 एमयू बिजली ही ऊर्जा निगम को मिल रही है। इस कमी को पूरा करने के लिए सेंट्रल ग्रिड से बिजली की आपूर्ति का प्रयास किया जा रहा है। अन्य राज्यों से भी बिजली ली जा रही है। इसके बावजूद कुल 29.5 एमयू बिजली ही उपलब्ध हो पा रही है।