- आरडीएसएस स्कीम के तहत टेंडर अपलोड
- अगले साल तक बिजली व्यवस्था हो जाएगी स्मार्ट

देहरादून (ब्यूरो): प्रोजेक्ट के तहत करीब 3500 करोड़ के काम होंगे। सभी कार्यों के लिए टेंडर अपलोड किए गए हैं। इस माह के आखिरी तक लगभग सभी कार्यों के टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। मार्च में कार्य अवार्ड होने के बाद धरातल पर काम स्टार्ट हो जाएगा। काम शुरू होने के दो साल के भीतर उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) को सभी कार्य पूरे करने होंगे।

स्ट्रॉग इंफ्रास्ट्रक्चर से सुधरेगी बिजली सप्लाई
अभी बिजली व्यवस्था काफी पुरानी है। लाइनों से लेकर ट्रांसफार्मर और बिजली घरों में तमाम इक्वीप्मेंट पुराने हैं। इनके अपग्रेडेशन के बाद सिस्टम काफी स्ट्रॉग हो जाएगा, जिससे बिजली की आपूर्ति में काफी हद तक सुधार आएगा। बिजली लाइनों को भूमिगत किया जाएगा और कंडक्टर्स को कवर्ड किया जाएगा। लो वोल्टेज की समस्या वाले इलाकों में ट्रांसफार्मर बदले जाएंगे। सब स्टेशनों की क्षमता बढ़ाने के लिए आरएमयू कार्य भी प्रस्तावित हैं।

फोन से भी रिचार्ज कर सकेंगेे बिजली
योजना के तहत काम्पेक्ट ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे, जो कम जगह ही नहीं घेरेंगे, बल्कि दिखने में भी सुंदर होंगे और सेफ भी होंगे। लाइन लॉस कम करने का काम एडवांस मीटर इंफ्रस्ट्रक्चर सर्विस प्रोवाइडर (एएमआईएसपी) के तहत होगा। योजना के तहत प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। कंज्यूमर्स घर की बिजली को अपने मोबाइल रिचार्ज की तरह खुद ही रिचार्ज कर सकेंगे। बिल के इंतजार की समस्या इससे खत्म हो जाएगी।

रात को रिचार्ज खत्म तो नहीं कटेगी बिजली
प्रदेश में करीब 27 लाख बिजली उपभोक्ताओं के पुराने मीटर बदलकर नए स्मार्ट मीटर लगेंगे। प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगने पर रिर्चाज खत्म होते ही घर की लाइट चले जाएगी, लेकिन इतनी राहत होगी कि रात के समय यह व्यवस्था लागू नहीं होगी। अगले दिन छुट्टी होने पर भी बिजली कट नहीं होगी। स्मार्ट मीटर लगने के बाद न मीटर रीडिंग की टेंशन नहीं रहेगी और न ही बिल का इंतजार और भुगतान का झंझट। स्मार्ट मीटर में मोबाइल रिचार्जिंग जैसी सुविधा भी होगी। यहां तक कि सार्वजनिक अवकाश के दिन भी पावर कट नहीं होगा, भले ही प्रीपेड मीटर में पैसे न हों। अन्य दिनों में भी रात के समय रिचार्ज खत्म होने पर पावर कट नहीं होगी।

ये होंगे मुख्य काम
- कंडक्टर कैपेसिटी बढ़ाने
- केबल बंच
- कवर्ड कंडक्टर डालने
- ट्रांसफार्मर क्षमता वृद्धि
- लॉस रिडक्शन वक्र्स
- एन्यूवल रेवेन्यू रिक्वायरमेंट
- उपकरणों का अपग्रेडेशन
- अंडरग्राउंड केबलिंग
- ओवर हेड कंडक्टर रिप्लेसिंग
- आईटी-ओटी वर्क
- स्मार्ट मीटरिंग
- कंसट्रक्शन फॉर न्यू सब स्टेशन
- हाईटेक डाटा कंट्रोल रूम
- ऑटोमेटेड सिस्टम डेवलपमेंट

ये होंगे फायदे
- उपभोक्ताओं को मिलेगी 24 घंटे बिजली
- बार-बार बिजली की आंख मिचौनी से मिलेगी राहत
- बिजली चोरी पर भी लगेगा प्रभावी अंकुश
- बिजली बिल संबंधी समस्याओं को नहीं काटने पड़ेंगे दफ्तरों के चक्कर
- आंधी-तूफान में बार-बार बिजली गुल होने की समस्या होगी दूर
- लो वोल्टेज की समस्या का भी नहीं करना पड़ेगा सामना
- बिजली कनेक्शन से लेकर सभी सुविधाएं मिलेगी ऑनलाइन

बिजली सिस्टम को सुदृढ और मजबूत किया जाएगा। आरडीएसएस स्कीम के तहत इसके लिए टेंडर अपलोड कर दिए गए है। बिजली सुधारीकरण और अपग्रेडेशन के बाद कंज्यूमर्स को कई सुविधाएं मिलेंगी। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होते ही जल्द कार्य शुरू किए जाएंगे।
एमएल प्रसाद, डायरेक्टर ऑपरेशन, ऊर्जा निगम
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