DEHRADUN: चार माह के वेतन के भुगतान समेत संविदा चालक व परिचालकों के वेतन पर अप्रैल से लगी रोक हटाकर उनका भुगतान करने की मांग लेकर उत्तराखंड रोडवेज इंप्लाइज यूनियन के सदस्यों ने मंगलवार को एक दिवसीय भूख हड़ताल की। यूनियन अपनी मांगों को लेकर गत 21 अक्टूबर से प्रदेशव्यापी आंदोलन कर रही है। अब यूनियन ने 11 नवंबर को रोडवेज कार्यशाला से सचिवालय कूच का एलान किया है।

11 को करेंगे सचिवालय कूच

मंगलवार को आंदोलन के क्रम में यूनियन के सदस्यों ने प्रदेश के तीनों मंडलों में मंडलीय प्रबंधक संचालन कार्यालय में भूख हड़ताल की। यहां देहरादून में गांधी रोड स्थित मंडलीय प्रंबंधक कार्यलय में सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक कर्मचारियों ने भूख हड़ताल कर प्रबंधन के प्रति आकोश जताया। यहां अनिल रावत, अनुज उप्रेती, सुतन सिंह, आनंद सिंह और राकेश सिंह भूख हड़ताल पर बैठे। इसके बाद शाम को यूनियन की आपात बैठक प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र भगत की अध्यक्षता में हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि 11 नवंबर को यूनियन प्रांतीय स्तर पर देहरादून में सचिवालय कूच करेगी। यूनियन के सदस्य कार्यशाला से रैली के रूप में सचिवालय जाएंगे और मुख्य सचिव को ज्ञापन देंगे। इस दौरान रविंद्र भगत ने कहा कि रोडवेज प्रबंधन हठधíमता पर अड़ा हुआ है। चार माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है, जिससे उनके सामने आíथक संकट खड़ा हो गया है। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद अनुबंध नवीनीकरण ना कराने वाले संविदा चालक व परिचालकों को अप्रैल से वेतन नहीं दिया गया। इन्हें 10 जून से काम पर भी नहीं लिया गया, जिससे इनके परिवार के सामने गुजर बसर का संकट हो चुका है। रोडवेज प्रबंधन और रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के बीच हुई सुलह वार्ता के बाद परिषद ने बुधवार से प्रस्तावित प्रदेशव्यापी बेमियादी कार्य बहिष्कार का फैसला 15 दिन स्थगित कर दिया है।