- रोडवेज कर्मी हड़ताल पर, 30 परसेंट बसों का नहीं हुआ संचालन

- रोडवेज मैनेजमेंट से कर्मचारियों की वार्ता रही विफल

देहरादून।

रोडवेज की दो यूनियन के बीच तनातनी जारी है। रोडवेज कर्मचारी यूनियन हड़ताल पर है तो दूसरा उत्तराखंड रोडवेज संयुक्त परिषद् से जुड़े कर्मचारी लगातार बसों के संचालन कर रहे हैं। इसके चलते केवल कुछ ही बसों का संचालन हो सका। इस बीच रोडवेज कर्मचारी यूनियन व रोडवेज प्रबंधन के बीच 2 घंटे की वार्ता विफल होने के बाद रोडवेज कर्मी की अनिश्चितकालीन हड़ताल आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया है। रोडवेज कर्मचारी पांच माह से लंबित वेतन के भुगतान समेत कई मांगों को लेकर बेमियादी हड़ताल पर है। वेडनसडे को यूनियन ने अपनी मांगें प्रबंधन के समक्ष रखी लेकिन वार्ता विफल रही।

सचिव के बुलाने पर चले एमडी

रोडवेज कर्मचारी व प्रबंधन के बीच रोडवेज के एमडी रणवीर सिंह चौहान को मुख्य सचिव ने शासन में बुला लिया। इस वजह से वार्ता बेनतीजा रही। अब वेडनसडे को दोनों पक्षों में दोबारा वार्ता होगी। बेनतीजा रहने पर यूनियन ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है।

30 परसेंट बस नहीं चली

वेडनसडे को देहरादून, हल्द्वानी व टनकपुर मंडल के सुबह से ही बसों के पहिए जाम रहे। 70 फीसदी बसों का संचालन हो सका। इसके चलते पैसेंजर को परेशानी का सामना करना पड़ा।

5 माह से नहीं मिली सैलरी

रोडवेज कर्मचारियों के लिए कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन के चलते मार्च से जुलाई तक का वेतन सरकार की मदद से मिला था। लेकिन अब वेतन देने में रोडवेज के हाथ खाली हैं। ऐसे में कर्मचारियों का गुजर बसर करना भी मुश्किल हो गया है। संविदा वाले कर्मचारियों व विशेष श्रेणी कर्मचारियों के सामने परेशानी बनी हुई है। ऐसे में वेतन के भुगतान की प्रमुख मांग समेत अन्य मांगों को लेकर उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन वेडनसडे से पूरे प्रदेश में बेमियादी हड़ताल पर चले गए है।

यह भी थी मांग

यूनियन की हड़ताल टालने के लिए दून मंडल के एजीएम सीपी कपूर व ग्रामीण डिपो के प्रभारी एजीएम रामलाल पैन्यूली को ट्यूजडे को पद से हटाते हुए मुख्यालय से अटैच किया गया था, लेकिन यूनियन इतनी कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हुए व शेष मांगों पर बातचीत के लिए एमडी ने यूनियन के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया।

प्रदेश में रहा असर

बसों की हड़ताल का असर देहरादून समेत पूरे प्रदेश में देखने को मिला। तड़के तीन से चार बजे ही हड़ताली कर्मचारी बस अड्डों व डिपो कार्यशालाओं में पहुंच गए व बस संचालन नहीं किया। पूरे दिन बसें कार्यशाला व बस अड्डों पर खड़ी रहीं और पैसेंजर को दूसरे प्रदेशों की रोडवेज बस या अन्य विकल्पों से यात्रा करनी पड़ी।

लगातार वार्ता चल रही हैं उम्मीद है कि जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा। जल्द ही बसों का संचालन शुरू होगा और पैसेंजर को कोई दिक्कत नहीं होगी। :- दीपक जैन, जीएम रोडवेज