रियलिटी चेक

-दून आने के लिए आशारोड़ी पहुंच रही लोगों ने जताई नाराजगी

-एप फेल होने पर मैन्यूअल रजिस्ट्रेशन किया गया

-2400 रुपये के बजाय ज्यादातर लोग करवा रहे एंटीजन टेस्ट

देहरादून

बाहरी राज्यों से दून आने वालों की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब राज्य सरकार के आदेश पर 7 दिन तक के लिए सिटी में आने वालों का टेस्ट तो नहीं करवाया जा रहा है, लेकिन हर व्यक्ति का स्मार्ट सिटी एप पर रजिस्ट्रेशन जरूरी है। ऐप की स्थिति यह है कि संडे रात 9 बजे ऐप फेल हो गया। मंडे का दोपहर बाद तक भी ऐप रिकवर नहीं हो पाई।

7 दिन तक वालों का टेस्ट नहीं

राज्य सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार अब 7 दिन तक के लिए दून आने वालों की कोविड-19 टेस्ट नहीं किया जा रहा है। ऐसे लोगों को बिना कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट और बिना टेस्ट करवाये ही सिटी में एंट्री मिल रही है, लेकिन इससे ज्यादा टाइम के लिए आने वालों के पास या तो 96 घंटे तक की नेगेटिव रिपोर्ट होनी चाहिए या फिर उन्हें आशारोड़ी चेकपोस्ट पर टेस्ट करवाना पड़ रहा है।

होटल मांग रहे रिपोर्ट

बाहर से आकर दून के होटल्स में रहने वालों से होटल मैनेजमेंट नेगेटिव रिपोर्ट मांग रहा है। हालांकि ज्यादातर होटल एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट से भी संतुष्ट हैं। यही वजह है कि आशारोड़ी पहुंचने वाले ज्यादातर लोग एंटीजन टेस्ट करवा रहे हैं। एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था सरकारी स्तर पर मुफ्त की गई है। आरटीपीसीआर टेस्ट एसआरएल डाइग्नोस्टिक की ओर से 2400 रुपये में किया जा रहा है।

रजिस्ट्रेशन का धंधा भी रहा ठप

सिटी में एंट्री करने वाले सभी लोगों का रजिस्ट्रेशन सर्ट सिटी एप पर जरूरी होने के बाद आशारोड़ी में चल रही दलालों की दुकानें लगातार चल रही हैं। जो लोग किन्हीं कारणों से अपने मोबाइल से रजिस्ट्रेशन करने में सफल नहीं हो पाते, वे इन लोगों की मदद लेते हैं। ये लोग 50 रुपये से लेकर 100 रुपये तक पर रजिस्ट्रेशन करते हैं। संडे रात से एप पर रिस्पॉन्स न मिलने के कारण इनकी दुकानें भी मंडे को ठप रही।

मैन्यूअल रजिस्ट्रेशन किया

एप ठप हो जाने के बाद चेकपेास्ट पर मैन्यूअल रजिस्ट्रेशन शुरू करना पड़ा। रात 9 बजे तक करीब 2200 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। उसके बाद दोपहर बाद तक कोई रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया। इसके बाद मैन्यूअल रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया। आधार कार्ड आदि के आधार पर मैन्यूअल रजिस्ट्रेशन किया गया।

पैदल आने वालों पर सख्ती कम

पिछले दिनों यूपी की ओर से पैदल आने वालों के लिए भी रजिस्ट्रेशन जरूरी कर दिया गया था, लेकिन मंडे को पैदल आने वालों को अनदेखा करते देखा गया। पैदल आने वालों को बैरियर से रजिस्ट्रेशन काउंटर की ओर भेजा जा रहा था, लेकिन लोग रजिस्ट्रेशन काउंटर जाने के बजाय बीच से निकल रहे थे। इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा था।

तीन किमी पैदल

डाट काली सुरंग तक विक्रम और ऑटो बैन कर दिये जाने के बाद यूपी की बसों में आने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। इन लोगों को तेज धूप में 3 किमी पैदल चलकर आशारोड़ी पहुंचना पड़ रहा है। हालांकि आशारोड़ी पर अघोषित विक्रम स्टैंड बन गया है। पैदल आने वालों को यहां से विक्रम उपलब्ध हो रहा है।

नहीं हो पा रही डिस्टेंसिंग

चेकपोस्ट के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है। हर रोज इस चेकपोस्ट से 6 हजार से ज्यादा लोग सिटी में एंट्री कर रहे हैं। लेकिन यहां प्रशासन की ओर से ऐप पर रजिस्ट्रेशन चेक करने के लिए सिर्फ एक ही काउंटर बनाया गया है। सुबह और शाम के समय ज्यादा भीड़ हो रही है, ऐसे में डिस्टेंसिंग रखना संभव नहीं हो पा रहा है।

टेस्ट करवाने वाले कम

एसआरएल कंपनी की ओर से आशारोड़ी में पेड टेस्ट काउंटर लगाया गया है। यहां दो कर्मचारी भी हर समय तैनात हैं, लेकिन टेस्ट करवाने वालों की संख्या काफी कम है। पिछले छह दिनों में एसआरएल के काउंटर पर सिर्फ 19 टेस्ट करवाये गये। जबकि फ्री के एंटीजन टेस्ट करवाने वालों की संख्या हर रोज 30 के करीब है। एसआरएल के कर्मचारियों के अनुसार फ्री का काउंटर होने के कारण लोग पेड टेस्ट नहीं करवा रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सरकारी काउंटर आशारोड़ी में चलता रहेगा।