फ्रेंच और अरेबिक  पर दे रहे जोर

दून यूनिवर्सिटी साल 2014 में दो नई भाषाओं में कोर्सेज स्टार्ट करने जा रही है। नए साल के सेशन में यूनिवर्सिटी फ्रेंच और अरेबिक लैंग्वेज स्टार्ट करने जा रही है। यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज मे अभी तक चार लैंग्वेजेज में पीजी कोर्स की पढ़ाई कराई जाती है, जिनमें जैपनीज, चाइनीज, जर्मन और स्पेनिश लैंग्वेज शामिल हैं। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। वीके जैन के मुताबिक यंग्सट्र्स को बेहतर करियर और इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म देने के मकसद से यह कोर्सेज स्टार्ट करने का प्लान है। सब सही रहा तो इस सेशन से यह कोर्सेज स्टार्ट हो जाएंगे।

दोनों लैंग्वेज में होंगी 20-20 सीट्स

यूनिवर्सिटी अभी तक चार फॅारेन लैंग्वेजेज में पीजी डिग्री करा रही है। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। वीके जैन ने बताया कि सभी कोर्सेज में 20-20 सीट हैं। इन्हीं सीट्स पर एडमिशंस किए जाते हैं। एमए अरेबिक और एमए फ्रेंच लैग्वेज के लिए भी 20-20 सीट ही निर्धारित की जाएंगी। अगर आप देश से बाहर जॉब करने का मन बना रहे है तो इसके लिए आपको हिंदी और इंग्लिश के अलावा किसी तीसरी भाषा का ज्ञान होना भी जरूरी है। इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर थर्ड लैंग्वेज की नॉलेज आपके कैरियर को पंख लगा सकती है। फॉरेन लैंग्वेज की अहमियत को समझते हुए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सैकेंड्री एजुकेशन यानि सीबीएसई पहले ही अपने सिलेबस में फॉरेन लैंग्वेजेज को कोर्स के रूप में शामिल कर चुकी है। इसके अलावा कई यूनिवर्सिटीज और प्राइवेट इंस्टीट्यूट्स भी फॉरेन लैंग्वेज में कोर्स करा रहे हैं। दून यूनिवर्सिटी फॉरेन लैंग्वेज में पीजी कोर्स कराने वाली अकेली सरकारी यूनिवर्सिटी है।

यूनिवर्सिटी न्यू सेशन में नए एकेडमिक प्रोग्राम लॉन्च करने जा रही है।

स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज में नए सेशन में अरेबिक और फ्रेंच लैंग्वेज में डिग्री कोर्स स्टार्ट करने का प्लान है।

- प्रो। वीके जैन, वाइस चांसलर, दून यूनिवर्सिटी