देहरादून,

जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर करीब 10 घंटे के स्पेशल ऑपरेशन के बाद रेस्क्यू किए लैपर्ड को वेडनसडे देर शाम सुनसान जंगल में छोड़ दिया गया। फिलहाल, रेस्क्यू लेपर्ड मेडिकल एग्जाम में स्वस्थ पाया गया। इसके बाद वन विभाग के कार्मिकों ने राहत की सांस ली है।

रातभर बड़कोट रेंज में रखा गया लैपर्ड

ट्यूजडे को एक लैपर्ड का शावक जौलीग्रांट एयरपोर्ट के ड्रैनेज डक्ट में फंस गया था। वन विभाग हेडक्वार्टर की रेस्क्यू टीम के अलावा डॉक्टर्स व थानो की टीम ने लैपर्ड के रेस्क्यू में करीब 10 घंटे का वक्त लगाया। तमाम कोशिशों के बाद देर शाम 8 बजे लैपर्ड को रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू के बाद लैपर्ड को मेडिकल एग्जामिन के लिए दून के बड़कोट रेंज में रखा गया। बताया गया कि यहां लैपर्ड का फीड दिए जाने के साथ मेडिकल एग्जामिन किया गया। जहां वह स्वस्थ पाया गया और उसके बाद वेडनसडे देर शाम जंगल में छोड़ दिया गया। इस दौरान डा। राकेश नौटियाल, डा। अमित ध्यानी, एसडीओ बीबी मार्तोलिया, हेडक्वार्टर रेस्क्यू टीम के रवि जोशी, जीतेंद्र बिष्ट आदि मौजूद रहे।