रियलिटी चेक

- ऋषिपर्णा बनाने के दावे नहीं आ रहे हैं काम

- जानकारों के अनुसार राजपुर नहर बनने के साथ ही मर गई थी यह नदी

देहरादून

रिस्पना नदी को ऋषिपर्णा बनाने के तमाम प्रचार के बावजूद अब तक इस नदी में सफाई के नाम पर कुछ नहीं हो पाया है। जिला प्रशासन द्वारा कुछ साल पहले जोर-शोर से चलाया गया रिस्पना से ऋषिपर्णा अभियान का अब तक कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने रिस्पना के कैचमेंट एरिया से लेकर रिस्पना पुल तक रियलिटी चेक किया तो पता चला कि शुरुआत में नदी में साफ पानी ठीक-ठीक मात्रा में है, लेकिन बस्तियां शुरू होने के साथ ही इस नदी का दम घुटने लगता है। रिस्पना पुल तक पहुंचने तक यह नदी गंदे नाले में तब्दील हो जाती है।

मुहाने पर साफ पानी

रिस्पना नदी के मुहाने से लेकर राजपुर गांव और तुलतुलिया और सुमन नगर बस्ती तक अब भी साफ पानी नजर आता है, लेकिन इसके बाद नदी गंदी होने लगती है। एमडीडीए कालोनी डालनवाला तक पहुंचने तक नदी का पानी गायब हो जाता है। उससे आगे संजय कॉलोनी, भगत सिंह कालोनी, राजीवनगर जैसी कई बस्तियां रिस्पना के किनारे हैं। यहां घरों का गंदा पानी रिस्पना तक पहुंचने लगता है और नदी गंदे नाले में बदल जाती है।

नाम बदला हालत नहीं

रिस्पना को साफ-सुथरी नदी बनाने के दावे कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। कुछ वर्ष पहले नदी के कैचमेंट एरिया और तटों पर साढ़े तीन लाख पौधे लगाने का दावा किया गया था, लेकिन इनमें से गिने-चुने पौधे ही पेड़ बन पाये हैं। प्रशासन से कई जगह बोर्ड लगाकर रिस्पना को ऋषिपर्णा तो बताया, लेकिन इससे आगे अब तक कोई खास काम नहीं हो पाया है।

राजपुर नहर भी कारण

जानकारों का कहना है रिस्पना की इस हालत के लिए राजपुर नहर भी जिम्मेदार है। लेखक और पत्रकार जयसिंह रावत कहते हैं कि रिस्पना तो उसी दिन मर गई थी, जिस दिन 17वीं सदी में राजपुर नहर बनाई गई थी। यह नहर अब बेशक शहर में नहीं दिखती है। लेकिन सड़कों के नीचे पाइप लाइनों में अब भी नहर अस्तित्व में है। वे कहते हैं कि राजपुर हेड से अब भी रिस्पना का आधा से ज्यादा पानी इस नहर में डाला जाता है, जो थोड़ा सा पानी रिस्पना में बचता है, वह आगे जाकर लुप्त हो जाता है।

नमामि गंगे के तहत काम

सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दो दिन पहले ही रिस्पना की सफाई का एक और प्रोजेक्ट नमामि गंगे योजना के तहत शुरू किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत रिस्पना में खुलने वाली गंदी नालियाें को टैप किया जाएगा। इस योजना पर जल्द काम शुरू होने का दावा किया गया है।

रिस्पना के पुनर्जीवन का काम प्राथमिकता के साथ हो रहा है। अब तक किये गये प्रयासों के कई अच्छे नतीजे नजर आ रहे हैं। जल्दी ही रिस्पना साफ-सुथरी नजर आएगी, ऐसी उम्मीद की जानी चाहिए।

डॉ। आशीष कुमार श्रीवास्तव, डीएम