-मसूरी जाने के लिए बसें खड़ी नहीं मिल रहे पैसेंजर

देहरादून

कोविड महामारी के चलते पब्लिक ट्रांसपोर्ट में जहां इन दिनों 50 परसेंट सीट पर पहले की अपेक्षा दोगुना किराया किया गया है। ऐसे में पहाड़ में सवारियों के लिए रोडवेज सहारा बना हुआ है। मसूरी बस अड्डे से पहाड़ जाने वाले पैसेंजर की संख्या में कमी नहीं आई है। कोरोना संक्रमण के चलते हुए कोरोना कफ्यू में लोग अपने व्हीकल से जाने के बजाये रोडवेज से जाना बेहतर मान रहे है। लेकिन अन्य राज्यों की सीमा में लगी पांबदी के चलते कई रूटों पर बसों का संचालन इन दिनों बंद है।

1 मई से 10 मई तक पर्वतीय डिपो से संचालन

दिन बस संचालन - पैसेंजर

1 मई 30 - 334

2 मई 28 - 393

3 मई 25 - 497

4 मई - 26 - 324

5 मई - 24 - 319

6 मई - 26 - 316

7 मई - 20 - 181

8 मई -21 - 174

9 मई - 14- 95

10 मई - 20 - 296

मसूरी के लिए कम हुई बसें

देहरादून में मसूरी बस अड्डे से रोजाना मसूरी के लिए 17 बसों का संचालन होता था। जबकि इन दिनों पर्यटन बंद होने के कारण 3- 4 बसों का भी संचालन नहीं हो पा रहा हैं। पर्वतीय डिपो से अधिकतर पहाड़ के लिए पैसेंजर रवाना हो रहे हैं।

चंडीगढ़ के लिए रोडवेज का संचालन रुका

कोरोना संक्रमण के चलते लगे कोरोना कफ्र्यू के कारण पहले ही सीमा बंद कर दी गई थी। उत्तर प्रदेश की सीमा पहले ही बंद थी। इसके चलते हल्द्वानी, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, पंजाब में बसों का संचालन बंद किया गया था। अब हिमाचल के बॉर्डर बंद होने के कारण धर्मशाला व चंडीगढ़ जाने वाली बसों का संचालन भी रुक गया है।

मैं अक्सर टैक्सी व प्राइवेट बस से ही रुद्रप्रयाग जाता था। अब 50 परसेंट सीट होने के कारण सभी ने किराया बढ़ा दिया है। लेकिन रोडवेज का पुराना ही किराया है। जिससे रोडवेज की बस से जाना उचित समझा।

अनूप, पैसेंजर

हम रोडवेज की बस से ही देहरादून पहुंचे हैं। सुनने में आया था कि किराया डबल हो गया है, लेकिन रोडवेज की बस में मेरा पहले ही के जितना किराया लगा। साथ ही कोविड की गाइडलाइन का पूरा पालन भी किया जा रहा है।

सोनिया गौड़, पैसेंजर

किराया बढ़ाए जाने की कोई भी आदेश नहीं हैं, केवल 50 परसेंट सीट पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट को चलाने के निर्देश हैं, जिसका पालन किया जा रहा है। इसके साथ ही कोविड की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।

दीपक जैन, जीएम, उत्तराखंड रोडवेज