- नशे पर रोकथाम के लिए दून पुलिस के ऑपरेशन सत्य का एक पखवाड़ा पूरा

- 68 नशा तस्कर सलाखों के पीछे, 78 लाख से ज्यादा का नशा बरामद

देहरादून,

नशे पर रोकथाम लगाने के लिए दून पुलिस ने ऑपरेशन सत्य में 68 नशा तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया है। पुलिस टीमों ने नशा तस्करों से 78 लाख से ज्यादा का माल बरामद किया है। नशे पर रोकथाम के लिए दून पुलिस एक माह का ऑपरेशन सत्य चला रही है, जिसका एक पखवाड़ा पूरा हो गया है।

एक्शन-काउंसलिंग एक साथ

डीआईजी अरुण मोहन जोशी के निर्देश पर एसपी क्राइम लोकजीत सिंह नोडल अफसर के नेतृत्व में दून पुलिस का नशे के खिलाफ एक माह का ऑपरेशन सत्य चलाया जा रहा है। 1 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक चलने वाले ऑपरेशन सत्य में एक पखवाड़ा पूरा हो गया है। इस दौरान पुलिस टीमों ने हर थाना इलाकों में सिटी से लेकर रूरल तक नशा तस्करों को दबोचने के साथ ही लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक भी किया है। इस दौरान पुलिस कई स्वयं सेवी संस्थाओं व अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर पोस्टर, पम्फलेट व जागरूकता कार्यक्रम से लोगों को नशे के विरुद्ध इस जंग में एकजुट होने के लिये जागरूक कर रही है। दून पुलिस द्वारा ऑपरेशन सत्य के दौरान 560 लोगों को रेस्क्यू किया गया। जिन्हे 3 बार काउंसलिग कर उन्हें नशे से दूर रहने के लिये जागरूक किया जा रहा है। काउन्सलिंग के बाद भी यदि इन लोगों में कोई सुधार नहीं होता है तो उन्हें पुलिस द्वारा नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया जायेगा। इसके लिये दून पुलिस द्वारा पूर्व में सभी नशा मुक्ति केन्द्रों के संचालकों के साथ बैठक कर प्रत्येक नशा मुक्ति केन्द्र में 20 परसेंट एकोमोडेशन रेस्क्यू किए गए लोगों के लिए रिजर्व किया गया है।

मछलियां दबोची, मगरमच्छ बाहर

ऑपरेशन सत्य में पुलिस ने भले ही कई बड़ी कार्रवाई करते हुए नशा तस्करों को दबोचा है, लेकिन अभी तक नशे के बड़े सौदागर पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। लॉकडाउन के बाद भी दून में ऑपरेशन सत्य से पहले इस साल पौने 3 करोड़ से ज्यादा की नशे की खेप बरामद हो चुकी है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब नशे के बरामद सामान की कीमत ही पौने 3 करोड़ है तो फिर दून में कितने का नशा कारोबार हो रहा है। वर्ष 2019 मे दून पुलिस ने 5.85 करोड़ और 2018 में 3. 75 करोड़ का नशा बरामद किया था जो साल दर साल तेजी से बढ़ रहा है।

यूपी से तस्करी का कनेक्शन

पुलिस द्वारा जब भी नशे की खेप पकड़ी जाती है तो उसका कनेक्शन ज्यादातर यूपी के बरेली से पाया गया है। इसके अलावा दून में यूपी के सहारनपुर, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, हिमाचल प्रदेश और पंजाब आदि हिस्सों से भी ड्रग्स की तस्करी दून के युवाओं की रगों में जहर घोल रही है। नशे के काले बाजार से जुड़े लोगों ने शिक्षा का हब होने के कारण देहरादून पर ज्यादा फोकस किया है। स्मैक,अफीम, नशे की गोलियां और इंजेक्शन की खपत यूपी के बरेली, मुरादाबाद और सहारनपुर से होती है। बरेली के फतेहगंज इलाके से नशा बाजार दून में अपना नेटवर्क फैला रहा है। नशे की तस्करी में युवाओं के बाद अब बच्चों और महिलाओं को भी हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। दून पुलिस के सामने ऑपरेशन सत्य को पूरा करने से पहले नशे के बरेली कनेक्शन को क्रेक करना है, जिससे आने वाले समय में नशे के सौदागरों से दून को बचाया जा सके।

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केस रजिस्टर- 63

गिरफ्तार आरोपी- 68

बरामदगी-

चरस-4.300 किलो

स्मैक। 747.6 ग्राम

गांजा-13.750 ग्राम

नशीले कैप्सूल-2598

नशीली गोलियां- 229

बरामद माल की कीमत- लगभग 78 लाख रुपये

हेल्पलाइन नंबर से मिली सूचनाएं- 21

रेस्क्यू कर काउंसलिंग कराई- 560