मोदी के आने से पहले विकास के पैरोकार बने दल

-सीएम ने किया 5441 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास

-ऑल वैदर रोड प्रोजेक्ट बखान में जुटे रहे भाजपाई

DEHRADUN: पीएम नरेंद्र मोदी के आने से एक दिन पहले डेवलपमेंट पर अपना-अपना बखान तो हुआ ही, रार भी काफी आगे तक बढ़ गई। सीएम हरीश रावत ने शाम को भ्ब्ब्क् करोड़ की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास करके चुनावी लाभ लेने की फिर कोशिश की, तो बीजेपी पूरे दिन ऑल वैदर रोड प्रोजेक्ट के अचीवमेंट को ही सामने रखती रही। दोनों दलों के दिग्गजों ने एक दूसरे पर विकास के नाम पर बेवकूफ बनाने का आरोप भी लगाया और खुद को विकास का सबसे बड़ा पैरोकार साबित करने का प्रयास किया।

देहरादून के लिए ये निकली सौगात

सीएम ने सोमवार को जिन योजनाओं का शिलान्यास किया, उसमें कई देहरादून से सीधे संबंधित हैं। इनमें मोहकमपुर रेलवे क्रासिंग पर 8क्.7फ् करोड़ की लागत से ब् लेन आरओबी का निर्माण। म्9.भ्0 करोड़ रुपये की लागत से अजबपुर रेलवे क्रासिंग पर आरओबी का निर्माण। ब्भ्.77 करोड़ की लागत से रायपुर चुंगी से नागल होते हुए पिरान कलियर तक बाईपास रोड का निर्माण आदि शामिल रहीं।

निशंक प्रोग्राम में न बुलाने पर भड़के

हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक शिलान्यास के भारी भरकम सरकारी कार्यक्रम में न बुलाए जाने पर भड़क उठे। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर सीएम हरीश रावत पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पोस्टरों में उनका नाम छापा गया है, लेकिन उन्हें सरकार की तरफ से निमंत्रण नहीं दिया गया।

विकास से इतर भी वार-पलटवार

बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रहे चुनावी संघर्ष की बानगी विकास के मुद्दे से इतर भी दिखी। मुद्दा बना महेंद्र भाटी हत्याकांड के आरोपी को पैरोल देना। पूर्व सीएम विजय बहुगुणा ने सीएम हरीश रावत पर आरोप लगाया कि उन्होंने मर्डर करने वाले को दो महीने की पैरोल दिला दी। महेंद्र भाटी खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के ससुर थे। इसके जवाब में सीएम हरीश रावत ने कहा कि राज्य सरकार का अधिकार है कि वह सारे तथ्यों का परीक्षण करके किसी मामले में पैरोल देना चाहती हो, तो दे सकती है।