DEHRADUN: दून में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। शिवालयों में शिव भक्तों की लंबी कतारें और बम बम भोले के जयकारे पूरी द्रोणनगरी को शिवमय बना रही थी। मंदिरों के अलावा घरों में भी शिव की आराधना का सिलसिला चलता रहा।

महामृत्युंजय मंत्र के हुए पाठ

प्राचीन श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर, मसूरी रोड स्थित प्रकाशेश्वर मंदिर, आराघर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर, धर्मपुर चौक स्थित प्राचीन शिव मंदिर, जाखन स्थित शिव मंदिर, राजपुर स्थित साई मंदिर, गढ़ी कैंट स्थित नवग्रह मंदिर, कैनाल रोड, स्थित प्राचीन शिव मंदिर समेत शहर के विभिन्न मंदिर समितियों की ओर से खास तैयारी की गई। मंदिरों में शिव की विशेष पूजा कर देश-प्रदेश की समृद्धि की प्रार्थना की गई। साथ ही कोरोना के अंत की कामना भी की गई। शिवालयों में दिन भर महामृत्युंजय मंत्र के पाठ होते रहे।

टपकेश्वर में लगा भक्तों का तांता

महाशिवरात्रि के अवसर पर मध्य रात्रि से ही श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में श्रद्धालुओं का तांता लग गया था। मध्य रात्रि में टपकेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक 108 महंत श्री कृष्णागिरी महाराज व दिगंबर भरतगिरी महाराज ने किया। इस दौरान चमोली आपदा में जान गंवाने वाले व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देकर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। मंदिर में जलाभिषेक के लिए मुख्य सचिव ओम प्रकाश, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, विधायक गणेश जोशी, स्वराज विद्वान, जिलाधिकारी डॉ। आशीष श्रीवास्तव समेत अन्य श्रद्धालु पहुंचे।

प्रेमनगर में मेले का आयोजन

महावीर सेवा समिति की ओर से प्रेमनगर स्थित दशहरा ग्राउंड में महाशिवरात्रि मेले का आयोजन किया गया। मेले में भारी संख्या में श्रद्धालु सनातन मंदिर में भगवान शिव के दर्शन एवं मेले का आनंद लेने पहुंचे। समिति के प्रधान भूषण भाटिया ने बताया कि समिति की ओर से शिवरात्रि के मौके पर हर साल ऐसे ही भव्य आयोजन किया जाता है।

श्रद्धालुओं में वितरित किया पवित्र गंगाजल

श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर सेवा दल की ओर से शिवरात्रि के मौके पर विशेष पूजा का आयोजन किया गया। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को सेवादारों ने हरिद्वार से लाया पवित्र गंगाजल जलाभिषेक के लिए वितरित किया। इससे पहले महंत श्री श्री 108 रविंद्र पुरी महाराज के पावन सानिध्य में शिवलिंग का सामूहिक महा रुद्राभिषेक एवं जलाभिषेक किया गया। श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगाजल, दूध, दही, घी, पंचामृत इत्यादि से भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर उनको वस्त्र उपवस्त्र, बिल्वपत्र, भांग- धतूरा पुष्प, पुष्प माला आदि अर्पण कर मिष्ठान व पान नारियल आदि का भोग अर्पण किया गया।

शिवभक्तों में रही प्रसाद की होड़

शिवालयों में शिवरात्रि के मौके पर तैयार विशेष प्रसाद भी वितरित किया गया। प्रसाद ग्रहण करने को भी शिव भक्तों में होड़ लगी रही। मंदिर समितियों की ओर से आयोजित मेलों में बच्चे और महिलाएं मेले में खरीदारी और झूले आदि की सवारी करते रहे।

शिव आरती के साथ संपन्न हुआ जलाभिषेक

गढ़ी डाकरा स्थित प्राचीन श्री गोरक्षनाथ नागेश्वर महादेव मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों ने भोले का जलाभिषेक किया। उधर, मोथरोवाला रोड स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव आश्रम में भी शिवरात्रि की धूम रही। वैदिक मंत्रों के साथ परंपरागत तरीके से भोले की पूजा हुई। धर्मपुर स्थित शिव मंदिर में भी शिवरात्रि पर विशेष पूजन का आयोजन हुआ।

झांकियों से बयां की शिव महिमा

शिवरात्रि पर चकराता रोड पर बिंदाल पुल के पास स्थानीय लोगों ने भव्य झांकियों की प्रदर्शनी की गई। जिसमें बालाजी महाराज, शिव तांडव, पार्वती-शिव मिलन आदि शामिल थे।