पवन नौटियाल

- 6 महीने में बनने हैं 80 अंडरग्राउंड डस्टबिन्स, अभी तक 15 जगहों पर ही हुआ है सिविल वर्क

- नगर निगम ने भेजा कार्यदायी संस्था को नोटिस, 20 परसेंट भी नहीं हुआ काम

DEHRADUN: सिटी में हाईटेक सेनिटेशन के लिए नगर निगम ने अंडरग्राउंड डस्टबिन्स बनाने की पहल तो की, लेकिन इस पहल को लेकर ही अब सवाल उठने लगे हैं। जिस स्पीड से कार्यदायी संस्था काम कर रही है, उसे देख तो लगता है कि म् महीने में निगम का टागरेट पूरा हो पाएगा। सिटी में 80 स्थानों पर ये डस्टबिन्स लगने हैं और काम की रफ्तार बेहद सुस्त है।

ख्0 परसेंट भी नहीं हुआ काम

फॉरेन कंट्रीज की तर्ज पर नगर निगम ने देहरादून में अंडर ग्राउंड डस्टबिन लगाने पहल की। हल्द्वानी के बाद दून दूसरी सिटी है जहां ये कोशिश की जा रही है। दून में करीब 80 प्लेसेज पर ये डस्टबिन्स लगाए जाने हैं। इसके लिए बाकायदा कोलकाता की जोन्टा कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिया गया है, लेकिन कंपनी की काम करने की रफ्तार बेहद सुस्त है अब तक ख्0 परसेंट काम भी नहीं हो पाया है। कंपनी को फ‌र्स्ट फेज की फ्0 साइट्स की लिस्ट दी गई थी, जिसमें से क्भ् साइट पर ही सिविल वर्क पूरा हो पाया है। कंपनी सुस्त रफ्तार के लिए बारिश का तर्क दे रही है। नगर निगम ने इसको लेकर कंपनी को नोटिस सर्व किया है और मंडे तक एक्सप्लेनेशन मांगा है।

फॉरेन से मंगाएं हैं डस्टबिन्स

सिटी में लगाने के लिए नीदरलैंड से मंगाए गए हैं। स्पेशल मैटेरियल से बने ये डस्टबिन्स खुद नीदरलैंड की कंपनी द्वारा इंस्टॉल किए जाएंगे। इंडिया की सिलेक्टेड सिटीज में ही ये डस्टबिन लगे हैं। दून में ये डस्टबिन्स डेंस पॉपुलेशन वाले इलाकों में लगाए जाने हैं। ये तीन टाइप के होंगे, जिनकी कैपेसिटी ख्.भ्, फ् और क्.भ् क्यूबिक मीटर होगी।

एक नजर में प्रोजेक्ट

- 80 अंडरग्राउंड डस्टबिन्स लगेंगे पूरे शहर में

- फ्.7भ् करोड़ है प्रोजेक्ट का बजट

- फ् टाइप के लगेंगे डस्टबिन्स

- म् महीने में इंस्टॉल होने हैं सभी डस्टबिन्स

- ख्0 परसेंट ही काम अब तक हुआ है

- फ्0 साइट्स पर होना है फ‌र्स्ट फेज में काम

-क्भ् साइट्स पर ही हुआ है सिविल वर्क

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हमने काम की सुस्त रफ्तार को देखते हुए कंपनी को नोटिस भेजा है। अगर मंडे तक संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। कैलाश गुंज्याल, वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी।