- निर्माण कार्यो पर जुटे श्रमिकों को दी जा रही आइवरमेक्टिन मेडिसिन

- ट्रैफिक का दबाव न होने के कारण दिन रात हो रहे निर्माण कार्य

देहरादून,

कोरोनाकाल में भले ही कफ्र्यू के साथ आम दिनचर्या पर ब्रेक लग गया हो। लेकिन स्मार्ट सिटी के कार्यो को पूरी तरह रफ्तार मिल रही है। दावा किया जा रहा है कि ट्रैफिक का दबाव न होने के कारण शहर में स्मार्ट सिटी के कार्य दिन-रात हो रहे हैं। निर्माण कार्यो के लिए फिलहाल, श्रमिकों की भी कमी नहीं खल रही है। जिन श्रमिकों से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, उन श्रमिकों को बाकायदा, मेडिकल ट्रीटमेंट व सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल कोविड कफ्र्यू में स्मार्ट सिटी के कार्यो पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।

इन इलाकों में हो रहा निर्माण कार्य

स्मार्ट सिटी के काम आजकल सिटी के तमाम इलाकों में चल रहे हैं। इनमें खासकर पलटन बाजार, परेड ग्राउंड, राजपुर रोड, तिब्बति मार्केट स्थित ई-लाइब्रेरी आदि हैं। निर्माण कार्यो में वाटर सप्लाई ऑगमेंटेशन, स्मार्ट रोड, परेड ग्राउंड ब्यूटिफिकेशन, पलटन बाजार में मल्टी यूटिलिटी डक्ट आदि शामिल हैं। लेकिन, स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को फिक्र थी कि कहीं कोविड कफ्र्यू के दौरान श्रमिकों की कमी से स्मार्ट सिटी के कार्य बाधित न हो जाएगा। देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड (डीएससीएलल) की पीआरओ प्रेरणा ध्यानी के अनुसार कोविड कफ्र्यू के दौरान स्मार्ट सिटी के कार्यो ने रफ्तार पकड़ी है। बाकायदा, सीईओ डा। आशीष कुमार श्रीवास्तव रोजाना शाम 7 बजे इसकी रिव्यू मीटिंग करते हैं।

दो स्मार्ट टाॅयलेट पर भी काम जारी

डीएससीएल के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर विनीत कुरील के अनुसार स्मार्ट सिटी के कार्यो में जुटे हुए श्रमिकों को कोविड-19 के खतरे से बचाने के लिए न केवल उन्हें आइवरमेक्टिन जैसी मेडिसिन मुहैया कराई जा रही है। बल्कि उनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यो में स्मार्ट टॉयलेट के भी निर्माण कार्य पूरे किए जा रहे हैं। इनमें अभी सब्जी मंडी व परेड ग्राउंड में स्मार्ट सिटी के स्मार्ट टाॅयलेट बनने हैं।

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क्यूआर कोड के जरिए वेस्ट कलेक्शन

देहरादून, देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड(डीएससीएल)ने देहरादून इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर-सदैव दून के तहत डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन मैनेजमेंट के लिए घरों के बाहर 25 हजार हेल्पलाइन क्यूआर कोड लगाए हैं। ये हेल्पलाइन क्यूआर कोड सोलिड वेस्ट कलेक्शन करने वालों के द्वारा मोबाइल एप से स्कैन किए जाएंगे। जिसका मैसेज इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में पहुंचेगा। मैसेज से वेस्ट कलेक्शन की स्थिति के बारे में जानकारी मिल पाएगी।

फीडबैक, कंप्लेन को टोल फ्री नंबर

बताया गया है कि इसके साथ ही वेस्ट मैनेजमेंट से संबंधित सुझावों, फीडबैक, कंप्लेन को दर्ज करने में हेल्पलाइन क्यूआर कोड में टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। इस टोल फ्री नंबर से सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट की निगरानी व कार्य की क्वालिटी को सुधारने में मदद मिलेगी। स्मार्ट सिटी की ओर से इसके लिए स्वच्छता मित्रों को मोबाइल एप की ट्रेनिंग भी दी गई है। इसके तहत वर्क फोर्स एप को डेवलेप किया गया है। जिसके जरिए स्वच्छताकर्मी की ओर से हेल्पलाइन क्यूआर कोड को स्कैन कर कूड़ा उठाया जा रहा है।