देहरादून ब्यूरो। तीन वर्ष पहले जनवरी 2019 में राजाधनी दून में बड़े जोर-शोर से स्मार्ट पार्किग की शुरुआत की गई की। कल्पना थी कि मेट्रो सिटीज की तर्ज पर दून में भी ऑन स्ट्रीट या यानि सड़क पर स्मार्ट पार्किंग की सुविधा मिल सके। एमडीडीए के सहयोग से ब्रिडकुल ने एक निजी कंपनी के साथ करार कर इसकी शुरुआत की थी। तय था कि आमदनी का 30 परसेंट एमडीडीए के खाते में जाएगा। कुछ चॉर्जेज ब्रिडकुल रखेगा और बाकी स्मार्ट पार्किंग संचालित कर रही कंपनी के खाते में जाएगी। एक वर्ष तक स्मार्ट पार्किंग की बेहतर ओपनिंग रही। उस वक्त दावा किया गया कि 12 महीनों में करीब 5 लाख से अधिक वाहन ऑन स्ट्रीट पार्किंग में पार्क हुए। लेकिन, इस बीच कोरोना आया, बहाने बनते गए और अब स्मार्ट पार्किंग में पार्किंग न होना बताया गया है।

कोरोनाकाल का था बहाना, अब तक जारी
दरअसल, जिस कंपनी के साथ ब्रिडकुल का करार था, उसने कहा कि कोरोनाकाल में लॉकडाउन के दौरान उनका कोई राजस्व नहीं आया। तब से लेकर अब तक कंपनी लगातार ब्रिडकुल के सामने यही बहाने बनाते आई है। इसी बीच ब्रिडकुल के अधिकारियों ने ऑन द स्पॉट का मुहायना किया। पाया कि दून में करीब छह स्थानों पर उनकी स्मार्ट पार्किंग चल रही है। लेकिन, वह पैसा जमा नहीं कर रहा है। ब्रिडकुल के एमडी कुंदन सिंह के मुताबिक ब्रिडकुल को पैसा न मिलने के कारण वह एमडीडीए में धनराशि जमा नहीं कर पाए हैं। वहीं, ब्रिडकुल के एक अधिकारी ने कहा है कि स्मार्ट पार्किंग चला पाना मुश्किल हो रहा है। ब्रिडकुल अब मसूरी एमडीडीए को वापस करने की तैयारी कर रहा है।

पार्किंग की ये थीं दरें तय
-20 से लेकर 55 रुपए तक
-टू-व्हीलर
-1 घंटे का 20 रुपए
-3 घंटे के लिए 30 रुपए

-फोर व्हीलर के लिए 1 घंटे का 30 रुपए
-3 घंटे के लिए 55 रुपए थे निर्धारित

ये स्थान थे चिन्हित
-घंटाघर
-यूनिवर्सल पेट्रोल पंप
-गांधी पार्क के सामने
-बाटा शोरूम
-मोडा एलीमेंट
-बेक मास्टर
-क्वालिटी होटल
-पैटिशियन कॉलेज फॉर वुमेन की उल्टी दिशा में
-सिंडिकेट बैंक, शिवा पैलेस
-बहल चौक
-कृष्णा टावर
-मेक प्लाजा
-विशाल मेगा मार्ट की अपोजिट साइड
-जसवंत मॉडर्न स्कूल
-बजाज शोरूम
-कोहली म्यूजिक सेंटर
-अमृतधारा फार्मेसी
-रमन ब्लैक बर्ड
-आइएसबीटी

बॉक्स
-कई विभागों की मंजूरी के बाद हुई थी शुरुआत।
-वाहनों की निगरानी को पार्किंग स्थलों पर कैमरे लगने का था दावा।
-पार्किंग स्थलों को किया गया था डेवलेप
-पार्किंग के लिए तैयार किया गया था एप
-एप के जरिए घर बैठे लोग कर रहे थे पार्किंग बुक
-ऑन स्ट्रीट पार्किंग स्थल पर लगाए गए थे साइन बोर्ड
-दिव्यांगों के लिए रिजर्व किए गए थे पार्किंग स्थल।
-स्मार्ट पार्किंग को सिटी में चिन्हित किए गए 28 स्थान