-नगर निगम को एचएसआई संस्था के साथ वर्ष 2016 में हुआ था करार

-स्टर्लाइजेशन के कारण डॉग बाइट व डेंसिटी में आया सुधार

देहरादून,

हमेशा स्ट्रीट डॉग व डॉग बाइट्स के लिए बेहद संवेदनशील माने जाने वाले दून सिटी में अब ऐसे मामलों से रिलीफ मिलने की संभावना है। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि ऐसे ही सुधार होते रहा तो डॉग बाइट्स के केसेस पर काफी हद तक ब्रेक लग जाएगा। ये भी कहा गया है कि लगातार स्ट्रीट डॉग के स्टर्लाइजेशन से स्ट्रीट डॉग की डेंसिटी में भी कमी आई है। जबकि डॉग बाइट के केसेस भी कम हुए हैं।

37 परसेंट की डॉग डेंसिटी में गिरावट

नगर निगम ने नवंबर 2016-17 में ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल संस्था के साथ स्ट्रीट डॉग के स्टर्लाइजेशन व वैक्सीनेशन को लेकर करार किया था। इसके बाद संस्था ने एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम के तहत संस्था की ओर से स्टर्लाइजेशन का अभियान शुरू किया गया। अब बताया गया है कि ने जून 2020 के सर्वे में पाया कि फीमेल में 74.2 व मेल में 69.9 परसेंट डॉग्स को स्टर्लाइज किया गया। बाकायदा इसके लिए शहर में ए, बी, सी, डी, ई व एफ नाम से 6 जोन बनाए गए थे। बताया गया है कि मई 2017 की तुलना में अब करीब 37 परसेंट की डॉग डेंसिटी में गिरावट आई है। हालांकि इस आंकड़ों को नॉन ब्रेडिंग सीजन का बताया गया है। डॉग डेंसिटी कम होने की दूसरी वजह एंटी रैबीज वैक्सीनेशन भी बतायी गई है।

पप्पी फीडिंग में भी गिरावट

संस्था का दावा है कि मई 2017 से अब तक पप्पी को फीडिंग कराने वाले फीमेल स्ट्रीट डॉग में 41.8 व पप्पी में 55.4 परसेंट की गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे ही डॉग बाइट्स में भी कमी देखने को मिली है।

10 हजार प्रति जनसंख्या पर डॉग बाइट के मामले

2014-15---62

2015-16--65

2016-17--57

2017-18--46

2018-19--39

स्ट्रीट डॉग्स पर ऐसे किया कंट्रोल

-वर्ष 2016 में करार के दौरान दून में थे 24 हजार स्ट्रीट डॉग्स थे एस्टीमेटेड।

-अब तक वैक्सीनेशन व स्ट्रेलाइज्ड डॉग्स की संख्या 25902

-निगम का दावा, अब तक हो चुके हैं 70 परसेंट डॉग्स स्टर्लाइज्ड।

-डॉग सर्वे के लिए सिटी में तैयार किया गया रूट।

-रूट आईएसबीटी से अजबपुर, डिफेंस कॉलोनी, धर्मपुर, राजपुर रोड व चकराता रोड तक शामिल।

-स्ट्रीट डॉग्स की ट्रैकिंग की जाती है ऑनलाइन।

::मंडे की स्थिति::

कुल स्ट्रीट डॉग पकड़े गए 20

रिलीज किए गए 18

केनेल में मौजूद 58

कुल सर्जरी किए गए 12

::अक्टूबर माह की स्थिति::

पकड़े गए 214

मेल की संख्या 63

फीमेल डॉग्स की संख्या 151

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लगातार स्ट्रीट डॉग्स के स्टर्लाइजेशन व वैक्सीनेशन में इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि डॉग्स की डेंसिंटी में कमी आई है। करार के मुताबिक निगम की निगरानी में फर्म काम कर रही है।

-रोहिताश शर्मा, एएमएनए, दून नगर निगम