शिक्षकों के आंदोलन से प्रदेशभर के स्कूलों में छाएगा सन्नाटा

- 17 सूत्रीय मांगों को लेकर दो दिन के सामूहिक अवकाश पर रहेंगे प्राथमिक शिक्षक

- 20 सूत्रीय मांगों को लेकर माध्यमिक शिक्षक पहले से ही हैं आंदोलनरत

DEHRADUN: प्रदेश की स्कूली शिक्षा चरमराने जा रही है। एक ओर जहां माध्यमिक शिक्षक पहले ही आंदोलन पर डटे हैं। वहीं अब प्राथमिक शिक्षकों ने भी मोर्चा खोल दिया है। प्राथमिक शिक्षकों की पुरानी क्7 सूत्रीय मांगों में से सात पर सहमति बनने और आश्वासन दिए जाने के बाद भी शासनादेश जारी नहीं किए जाने व दस अन्य मांगों को लेकर शिक्षकों का चरणबद्ध आंदोलन बीते माह से जारी है। इसी क्रम में अब शिक्षक सामूहिक अवकाश लेकर निदेशालय पर गरजेंगे। जिसके बाद प्रदेश भर के शिक्षक ख्0 को सचिवालय कूच करेंगे। दूसरी ओर जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भी मांगों को लेकर ख्ख् को निदेशालय पर गरजेंगे। ऐसे में अगले कुछ दिन प्रदेश के तमाम स्कूलों के बच्चे आंदोलनों के चलते पढ़ाई से महरूम रहेंगे।

प्राथमिक शिक्षक भी सरकार के खिलाफ

प्राथमिक शिक्षक बीते माह से मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक निर्णय सरकार की ओर से नहीं लिए जाने के चलते शिक्षकों ने आंदोलन को उग्र करने का फैसला लिया है। इसी क्रम में अब प्राथमिक शिक्षक दो दिन का सामूहिक अवकाश लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विरेंद्र कृषाली ने बताया कि सरकार से कई बार मांगों को लेकर वार्ता की गई, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई। इसको लेकर शिक्षकों में रोष है। उन्होंने बताया कि क्7 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर के प्राथमिक शिक्षक क्9 सितंबर को सामूहिक अवकाश लेकर शिक्षा निदेशालय में प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद ख्0 सितंबर को प्रदेशभर के शिक्षक परेड ग्राउंड में एकत्र होकर सचिवालय कूच करेंगे।

माध्यमिक शिक्षक जारी रखेंगे आंदोलन

ख्0 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के करीब ख्फ्00 माध्यमिक स्कूलों के ख्भ्,000 शिक्षक हड़ताल पर अडिग हैं। शिक्षकों का कहना है कि उच्च न्यायालय के आदेश की प्रति मिल गई है। इसके विधिक राय के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। फिलहाल हड़ताल जारी रहेगी। उनका कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। वहीं शनिवार को भी धरना स्थल पर प्रांतीय संयुक्त मंत्री सुंदर कुंवर और मंडल मंत्री कुमाऊं कन्नु जोशी का आमरण अनशन जारी रहा। शिक्षकों ने कहा कि हड़ताल का कदम शिक्षकों ने एक दिन में नहीं उठाया। सरकार ने बार-बार शिक्षकों के साथ छल किया, इसलिए यह कदम उठाना पड़ा। शिक्षकों ने कहा कि मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी। इस मौके पर प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान, प्रांतीय मंत्री डा। सोहन सिंह माजिला, उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी, कुमाऊं मंडल अध्यक्ष कृपाल सिंह मेहता, गढ़वाल मंडल अध्यक्ष रविंद्र सिंह राणा, गढ़वाल मंडल मंत्री शिव सिंह नेगी, मंडल उपाध्यक्ष मोहन चौहान, शैलेंद्र धपोला समेत हिमांशु चौहान, बसंत भट्ट, निशा खत्री राणा, गंगा डोगरा आदि मौजूद थे।

स्कूलों में पसरा है सन्नाटा

सितंबर और अक्टूबर बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहद जरूरी होते हैं। लेकिन आंदोलन के चलते स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो पा रही है। जिसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पढ़ रहा है। विधान सभा इलेक्शन के चलते जनवरी से स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित होना लाजमी है। ऐसे में यह वक्त कई मायनों में बच्चों की पढ़ाई के लिए कीमती था। विभाग ने भी शिक्षकों से इस वक्त को पढ़ाई में उपयोग करने की अपील की थी। लेकिन मांगों पर कोई फैसला नहीं होने के चलते फिलहाल स्कूलों में सन्नाटा बरकरार रहेगा।

जूनियर हाई स्कूल शिक्षक ख्ख् को गरजेंगे

त्रिस्तरीय कैडर व्यवस्था लागू करने, पदोन्नति, स्कूलों के पृथक संचालन समेत ख्क् सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ख्ख् सितंबर को शिक्षा निदेशालय पर गरजेंगे। संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सुभाष सिंह चौहान ने कहा कि अभी तक मांगों को लेकर सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गई। इसलिए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत तमाम शिक्षक ख्ख् सितंबर को शिक्षा निदेशालय पर एकत्र होकर प्रदर्शन करेंगे।