28 शिक्षकों को गवर्नर्स अवॉर्ड से किया गया सम्मानित

- प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के हर जिले से चयनित एक-एक शिक्षक का हुआ सम्मान

-संस्कृत शिक्षा के लिए राज्य स्तर पर चयनित दो शिक्षकों को किया गया सम्मानित

>DEHRADUN: शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल डा। कृष्ण कांत पाल ने प्रदेश के विद्यालयों के चयनित शिक्षकों को गवर्नर्स टीचर्स अवार्ड से सम्मानित किया। सम्मानित होने वाले शिक्षकों में प्रत्येक जिले से चयनित माध्यमिक शिक्षा व प्राथमिक शिक्षा के एक-एक शिक्षक जबकि संस्कृत शिक्षा के लिए राज्य स्तर पर चयनित दो शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कुल ख्8 शिक्षकों को शिक्षा में नवाचार, नामांकन, बेहतर परीक्षा परिणाम, सामाजिक कायरें, विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता आदि में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित ि1कया गया।

महापुरुषों की पुस्तकें भेंट की

सम्मानित किए गए शिक्षकों को क्0-क्0 हजार रुपए की राशि के साथ ही राज्यपाल की ओर से चार-चार पुस्तकें भी भेंट की गईं। पीएम नरेंद्र मोदी के भाषणों के संकलन मन की बात, महात्मा गांधी की माई एक्सपेरीमेंट विद ट्रूथ, प्रथम प्रधानमंत्री पं। जवाहरलाल नेहरू की डिस्कवरी ऑफ इंडिया व पूर्व राष्ट्रपति डा। एस राधाकृष्णन की लीविंग विद द परपज पुस्तकें भेंट की गईं। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों के बेहतरीन काम को सार्वजनिक मान्यता देने व अन्य शिक्षकों को प्रेरणा मिल सके, इस उद्देश्य से वर्ष ख्0क्भ् में राज्यपाल डा। केके पाल द्वारा गवर्नर्स टीचर्स अवार्ड शुरू किए गए थे। लेकिन इस वर्ष से संस्कृत शिक्षा के भी दो शिक्षकों को सम्मानित किए जाने की शुरुआत की गई है।

'डा। राधाकृष्णनन महान दार्शनिक'

राज्यपाल डा। केके पाल व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा दीप प्रच्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। राज्यपाल ने पूर्व राष्ट्रपति व महान शिक्षाविद डा। सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे एक महान दार्शनिक व नीतिज्ञ थे। वे स्वामी विवेकानंद के बाद दूसरे व्यक्तित्व थे, जिन्होंने भारतीय दर्शन व संस्कृति की जानकारी प्रभावकारी तरीके से पूरे विश्व को प्रदान की। शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षक शिक्षा देता है, जबकि गुरु ज्ञान देता है। प्रत्येक शिक्षक को गुरु बनने का प्रयास करना चाहिए।

ब्लू व्हेल गेम्स पर जताई चिंता

राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए जिला स्तर पर टीचर्स रिफ्रेशर कोर्स या इसी प्रकार की गतिविधियां नियमित रूप से आयोजित की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि आज इंटरनेट तक बच्चों की आसान पहुंच है। इस बात पर नजर रखनी चाहिए कि बच्चे इंटरनेट का किस प्रकार प्रयोग कर रहे हैं। ब्लू-व्हेल जैसे इंटरनेट गेम्स पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इन घटनाओं पर रोक जरूरी है। इसके लिए शिक्षकों का बच्चों के साथ निरंतर संवाद होना चाहिए। सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि समाज को नई दिशा दिखाने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है।

दून से प्रीति व अनिता नेगी हुई सम्मानित

अल्मोड़ा से राउप्रावि गाड़ी ताड़ीखेत की सहायक अध्यापिका विनीता खाती व राआइका हवालबाग के प्रवक्ता शंकर दत्त भट्ट, बागेश्वर से राजूहा पिगलो के सहायक अध्यापक सुरेश चंद्र सती व राबाइका पाये के सहायक अध्यापक दया रावत शामिल रहे। वहीं चमोली जिले से राप्रावि कुहेड़ की प्रअ सरला चैहान व राजीव गांधी नवोदय विद्यालय गैरसैंण के प्रवक्ता गजेंद्र सिंह बिष्ट, चंपावत जिले से राआप्रावि गागर के प्रअ खड़क सिंह बोरा व राइका सिप्टी के प्रवक्ता सामाश्रवा आर्य शामिल रहे। इसके लिए दून से राप्रावि चोई बस्ती की सहायक अध्यापिका प्रीती शर्मा व राबाइका राजपुर रोड की सहायक अध्यापिका अनीता नेगी, हरिद्वार जिले से राप्रावि टांटवाला के सअ डॉ। शिवा अग्रवाल व राउमावि पीतपुर के प्रधानाचार्य अनिल कुमार पाण्डेय आदि शामिल रहे।