- सीवर लाइन बिछने से आम जनता को मिलेगा राहत
- घरों में बने सीवर टैंक के बार-बार भरने झंझट होगा खत्म

देहरादून, ब्यूरो: नगर निगम में शामिल होने के बाद इन इलाकों की आबादी भी तेजी से बढ़ रही है। शहरीकरण के चलते सीवर लाइन की आउटर एरियाज में जरूरत महसूस की जा रही है। जिसे देखते हुए धीरे-धीरे ये इलाके सुविधाओं से लैस हो रहे हैं। नगर निगम में शामिल होने के बाद इन इलाकों में सड़क से लेकर नई पेयजल और सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है।

नकरौंदा में काम शुुरू
वार्ड 99 के नकरौंदा में सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है। विष्णुपुरम, वायु विहार, डिफेंस एन्कलेव, सरस्वती एन्क्लेव और लक्ष्ण एन्क्लेव मेें सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा है।

नहीं लगाने पड़ेंगे निगम के चक्कर
सीवर सिस्टम से जुडऩे के बाद घरों में बने सीवर सेफ्टी टैंक के बार-बार भरने का डर दूर हो जाएगा। घर का सीवर सीधे सीवेज सिस्टम से जुडऩे के बाद यह समस्या पूरी तरह खत्म हो जाएगी। पब्लिक को अब सीवर टैंक खाली कराने के लिए नगर निगम के चक्कर नहीं लगाने पड़ेगे।

ये एरिया जुड़ेंगे सीवेज सिस्टम से
रायपुर, बालावाला, नथुवावाला, नकरौंदा, हर्रावाला, कुंआवाला, मियांवाला, तुनवाला, मोहकमपुर, नत्थनपुर, नवादा, मोथरोवाला, बंजारावाला, बाजावाला, शिमला बाईपास, चंद्रबनी, गढ़ीकैंट और मसूरी रोड।

सीवर लाइन समय की जरूरत हैै। शहर के आउटर इलाकों को सीवर सिस्टम से जोडऩा अ'छी योजना है। इसमें समाज काहर वर्ग सहयोग कर रहा हैं।
राहुल पंवार, पूर्व प्रधान, नकरौंदा

क्षेत्र में आबादी लगातार बढ़ रही है। कई मकानों में क'चे सीवर टैंक बनाए गए हैं, जिनसे अंडर वाटर प्रदूषित हो रहा है। एसटीपी बनने से क्षेत्र का वाटर पाल्यूशन कम हो जाएगा।
सौरभ नौडियाल, शिवपुरम, नकरौंदा

नकरौंदा में सीवर लाइन डालने से सभी को फायदा होगा। घरों में बनाए गएसीवर के गड्ढे भरने की हमारी परेशानी खत्म हो जाएगी।
जितेंद्र रैना, गुलरघाटी, नकरौंदा

सरकार का यह कदम सराहनीय है। एसटीपी में यदि सीवर के साथ-साथ गंदे नाले टैप होंगे, तो यह अ'छी बात है।
अनिल मेहरा, पिंडर वैली, नकरौंदा

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पिंडरवैली में एसटीपी बनाने का विरोध
नकरौंदा स्थित पिंडरवैली में प्रस्तावित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का स्थानीय लोग विरोध कर रह हैं। सामाजिक कार्यकर्ता रोहित पांडे का कहना है कि एसटीपी निर्माण से क्षेत्र में बदबू फैलेगी। जिससे एसटीपी के आस-पास लोगों का जीना मुहाल हो जाएगा। उन्होंने मांग की है कि एसटीपी को अन्यंत्र स्थानांतरित किया जाए। एलएस नेगी का कहना है कि सीवर प्लांट को आबादी से बाहर बनाया जाए, ताकि इससे होने वाले नुकसान से जनता को परेशानी न उठानी पड़े।

नकरौंदा समेत आस-पास के क्षेत्रों में सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है। एसटीपी का पूर्व में वह लोग विरोध कर रहे थे जिन्हें जानकारी नहीं थी, अब कहीं कोई विरोध नहीं है।
विपिन तिवारी, प्रोजेक्ट मैनेजर, एडीबी, देहरादून
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