देहरादून (ब्यूरो) चीफ सेक्रेटरी राधा रतूड़ी ने भी गत फ्राइडे को अफसरों की बैठक ली। उन्होंने पुलिस अफसरों को सख्त निर्देश दिए कि यात्रा शुरू होने वाली है। बाहर से आने वाले यात्रियों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत न हो। इसके लिए सैटरडे से सड़कों के किनारे बेतरतीब खड़े होने वाले वाहनों के साथ ही सड़क किनारे बनी पार्किंग को भी हटाया जाए। लेकिन चार दिन बाद भी चीफ सेक्रेटरी के आदेशों को अभी अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है। सवाल यह है कि जब चीफ सेक्रेटरी ने आदेश दे दिए, तो न जाने पुलिस डिपार्टमेंट को अब किसके आदेश का इंतजार है।

अभियान चालान तक सीमित
सीएस के आदेश के एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में सैटरडे को अभियान चलाया गया। लेकिन यह अभियान केवल चालान तक ही सीमित रहा। अफसरों ने कहीं भी एक नई पार्किंग की जगह नहीं बना सकी। पुरानी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सड़क किनारे खड़े दो पहिया और चौपहिया वाहनों के चालान काटे जा रहे हैं। सवाल यह है क्या इस तरह की कार्रवाई से सड़कें जाम फ्री हो जाएंगी। क्या वाहनों को पार्किंग स्थल मिल जाएंगे।

चालन से होगी समस्या दूर
पुलिस सड़क किनारे खड़े वाहनों का चालान काट रही है। सवाल यह है कि क्या चालान काटने से ट्रैफिक समस्या का समाधान हो जाएगा। क्या इसके लिए पार्किग नहीं तलाशी जानी चाहिए। पुलिस अफसरों को चाहिए कि चालान के बजाय पार्किंग स्थलों का निर्माण किया जाए, जहां वाहनों की पार्किंग कराई जा सके, जिससे सड़कों पर वाहनों का दबाव कम हो सके।

ड्रोन से किए जा रहे चालान
एसएसपी अजय सिंह का कहना है कि सड़कों से वाहनों को हटाया जा रहा है। ड्रोन से नजर रखी जा रही है। जहां-कहीं भी सड़कों पर वाहन खड़े करने से जाम लग रहा है वहां पर तत्काल ड्रोन की मदद से एरिया चिन्हित करके हटाया जा रहा है। रोड सीमित है। यात्रा सीजन में बाहर से वाहनों के भारी संख्या में पहुंचने से जाम लगना स्वाभाविक है। जाम को नियंत्रित करने के लिए पार्किंग की तलाश की जा रही है। ड्रोन से चालान की गति बढ़ा दी गई है। रोजाना नो पार्किंग जोन में खड़े होने वाले 500 से लेकर 600 वाहनों तक का चालान किया जा रहा है।

सीजन शुरू, पार्किग नहीं
यात्रा सीजन शुरू हो गया है। यात्रा के दौरान यहां टूरिस्ट की संख्या काफी अधिक बढ़ जाती है। यह कोई पहली बार नहीं है, यह हर साल की समस्या है, लेकिन यात्रा से पहले तमाम दावे किए जाते हैं। लेकिन दावे धरातल पर नहीं उतर पाते। पिछले साल भी हाई ट्रैफिक प्वाइंट्स आईडेंटीफाई किए गए, लेकिन इन पर कोई काम नहीं हुआ। दूसरी बात यह है कि जब यात्रा शुरू हो रही, तब पार्किंग की तलाश की जा रही है। इससे बड़ी चिंताजनक बात क्या होगी।

इन इलाकों में ज्यादा समस्या
- घंटाघर
- राजपुर रोड
- प्रिंस चौक
- तहसील चौक
- इनामुल्लाह बिल्डिंग
- आराघर चौक
- रिस्पना पुल
- सरस्वती विहार चौक
- धमावाला
- चकराता रोड
- सब्जी मंडी
- बल्लीवाला
- बल्लूपुर
- प्रेमनगर

सड़कों से वाहनों को हटाया जा रहा है। ड्रोन की मदद से वाहनों का नो पार्किंग जोन में चालान किया जा रहा है। पार्किंग की भी तलाश की जा रही है। पहले से ट्रैफिक काफी हद तक ठीक हो गया है। आगे भी प्रयास जारी है।
अजय सिंह, एसएसपी, देहरादून

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