- मुख्य सड़कों पर अर्जुन, गिलोय सरीखे औषधीय गुणों वाले पौधों का किया जा रहा रोपण
- एक लाख पौधों के विपरीत विभिन्न प्रजाति के 40 हजार फलदार पौधे अब तक रोपित

देहरादून (ब्यूरो): एमडीडीए के वीसी बंशीधर तिवारी के निर्देश पर मुख्य सड़कों पर मेडिसनल प्लांट और फलदार पौधों से हरा-भरा करने की कवायद तेज कर दी गई है। एमडीडीए के वीसी बंशीधर तिवारी ने बताया कि हरेला पर्व पर शुरू किए गए पौधरोपण के तहत अभी तक एमडीडीए चालीस हजार पौधों का रोपण कर चुका है। इनमें औषधीय पौधों का रोपण भी शामिल किया गया है। उन्होंने एमडीडीए के उद्यान अधिकारी को शहर में पौधे रोपने के कार्य में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया है।

40 हजार पौधे रोपे
वेडनेसडे को संपन्न हुई बैठक के दौरान उपाध्यक्ष बंशाीधर तिवारी ने बताया कि इस सीजन के लिए पौधों को रोपने का जो लक्ष्य रखा गया है, उसे जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। शहर में अधिकाधिक पौधरोपण करना प्राधिकरण की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने कहा कि शहर को ज्यादा से ज्यादा फलदार एवं औषधीय पौधों से हरा-भरा किया जाए। उन्होंने बताया कि हरेला के तहत जो अभियान प्राधिकरण ने शुरू किया है उसके तहत अब तक करीब 40 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं।

रोपे अर्जुन और गिलोय मेडिसनल प्लांट
सड़कों पर अर्जुन, गिलोय जैसे औषधीय पौधों के रोपण को जहां प्राथमिकता दी जा रही है तो जामुन, नीम, आंवला, बेल के पौधे रोपित किये जा रहे हैं। इसके अलावा रुद्राक्ष, आम, लीची जैसे फलदार पौधे भी लगाए जा रहे हैं। उन्होंने उद्यान अधिकारी के साथ बैठक कर उन्हें निर्देशित किया कि जल्द से जल्द पौधरोपण के लक्ष्यों को पूरा किया जाए। इसके अलावा उद्यान अधिकारी को यह भी निर्देशित किया है कि बनियावाला आवासीय विद्यालय में आगामी दिनों में वृहद स्तर पर फलदार पौधों का रोपण किया जाए।

10 विजेताओं को मिलेगी साइकिल
वीसी श्री तिवारी ने बताया कि प्राधिकरण की ओर से सेल्फी विद पौधा प्रतियोगिता शुरू की गई है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति पौधरोपण कर अपनी सेल्फी पौधे के साथ खींचकर प्राधिकरण की इस वेबसाइट पर अपलोड कर सकता है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत सितंबर में एक लक्की ड्रा निकाला जाएगा, जिसमें 10 विजेताओं को साइकिल देकर सम्मानित किया जाएगा।

मेडिसनल प्लांट
-अर्जुन
-गिलोय

फलदार पौधे
जामुन
नीम
आंवला
बेल के पौधे

शहर में फलदार पौधों के बाद औषधीय गुणों वाले पौधों का रोपण किया जा रहा है। इससे जहां शहर में हरियाली कायम होगी वहीं लोगों को इलाज के लिए आसानी से जड़ी-बूटियां मिल सकेगी। अभी तक हरेला के तहत एक लाख के विपरीत अभी तक 40 हजार पौधे रोपे जा सके हैं।
बंशीधर तिवारी, वीसी, एमडीडीए
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