- दून में चार बड़ी वाटर स्कीम मार्च तक हो जाएगी पूरी तरह कंप्लीट
- सभी पेयजल स्कीम से ट्रायल के तौर पर जलापूर्ति शुरू, पब्लिक को मिली बड़ी राहत

देहरादून (ब्यूरो): ये सभी वाटर प्रोजेक्ट विश्व बैंक की फंडिंग से निर्मित की जा रही हैं। खास बात यह है कि योजना पूरी तरह मार्च में कंप्लीट हो जाएंगी। योजनाएं कंप्लीट होने के बाद इन पेयजल योजनाओं से कंज्यूमर्स को 24 घंटे पानी मुहैया होगा। सबसे बड़ी मेंहूवाला और ढालवाला वाटर स्कीम को पेयजल बना रह है, जबकि नथुवावाला और रायवाला स्कीम का निर्माण जल संस्थान कर रहा है। मार्च तक इन योजनाओं से नियमित रूप से जलापूर्ति शुरू होने की उम्मीद है।

एडीबी कर रही फंडिंग
विश्व बैंक से वित्त पोषित पैरी अरबन योजना में दून के मेंहूवाला, नथुवावाला, ढालवाला और रायवाला को वाटर स्कीम से मार्च तक पूरी तरह लाभान्वित घरों को जोडऩा है।

योजनाएं सफल रही तो दूसरे इलाकों को भी बनेंगे प्रोजेक्ट्स
राज्यों की पेरी अर्बन स्कीम के तहत अर्ध शहरी क्षेत्रों से जल्द ही पानी की समस्या दूर हो जाएगी। अपर सेक्रेट्री उदयराज ने सभी इंजीनियरों को पेरी अर्बन की योजनाओं को जल्द से जल्द समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि यदि ये योजनाएं सफल रही तो दूसरे इलाकों में भी प्रोजेक्ट्स शुरू किए जाएंगे।

योजनाओं का ट्रायल शुरू
पेरी अरबन एरिया के करीब 3 लाख की आबादी की प्यास जल्द ही बुझेगी। योजनाओं का काम लगभग पूरा होने वाला है। स्कीम का ट्रायल शुरू हो गया है। मार्च तक योजाओं से नियमित रूप से पर्याप्त पेयजल आपूर्ति हो सकेगी। मेहूंवाला क्लस्टर पेयजल योजना से कुछ कॉलोनी में पानी की आपूर्ति परीक्षण के तौर पर शुरू की गई है। बताया जा रहा है कि जल्द ही स्कीम से पूरे क्षेत्र को जोड़ा जाएगा। नथुवावाला में जल संस्थान ने जलापूर्ति शुरू कर दी है।

योजना के तहत लगाए जा रहे पानी के मीटर
शहरों से लगे क्षेत्रों के लिए पेयजल की समस्या न हो, इसके लिए संकटग्रस्त क्षेत्रों को विश्व बैंक की पेरी अरबन योजना से जोड़ा जा रहा है। तीन साल पहले इस योजना के अंतर्गत ट्यूबवेल और पेयजल लाइनों का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। योजना के तहत पेयजल कनेक्शन के साथ ही मीटर भी लगाए जा रहे हैं। पानी की रीडिंग पर ही बिल आएगा।योजना की बराबर मॉनिटरिंग की जा रही है।

ये है दून की चार स्कीम
मेहूंवाला
नथुवावाला
ढालवाला
रायवाला

जिन इलाकों में पानी की क्राइसेस है, उन्हें चिन्हित करके वहां प्राथमिकता के आधार पर वाटर स्कीम बनाई जा रही है। राज्य में पैरी अरबन की 21 स्कीम का निर्माण किया जा रहा है। कुछ योजनाओं से ट्रायल के तौर पर जलापूर्ति शुरू कर दी गई है। सभी वाटर स्कीम को समय पर पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
उदयराज सिंह, अपर सचिव पेयजल, उत्तराखंड
dehradun@inext.co.in