देहरादून (ब्यूरो) दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के एएनसी आईपीडी में पहुंची। यहां गायनी वार्ड के एएनसी डिपार्टमेंट में लगे फायर एक्सटिंग्युशर अपडेट नहीं मिले। इनपर एक्सपायरी डेट 2022 की मिली। जबकि, इसके बाद कोई अपडेट ही नहीं किया गया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम इसके बाद हॉस्पिटल के दूसरे जनरल वार्ड 14 में गई। यहां फायर एक्सटिंग्युशर दीवार पर लगे तो हुए थे। लेकिन, इन्हें जुलाई 2022 में अपडेड किया गया था। जिसमें आगे की एक्स्पायरी डेट को काटा हुआ था। यहां भी टीम को ये अपडेट नहीं मिले। इसके बाद टीम पुरानी बिल्डिंग में बने बच्चा वार्ड, आर्थो और साइकेट्री वार्ड में पहुंची। यहां अग्निशमन यंत्र तो वार्ड में लगे मिले। लेकिन, यहां भी एक्स्पायर डेट 2023 की मिली। यहीं नहीं कई जगह तो फायर सेफ्टी के लिए लगाए गए इक्युपमेंट टूटे भी मिले।

हॉस्पिटल में 310 से ज्यादा इक्युपमेंट
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में ओपीडी, इमरजेंसी और आईपीडी में 310 से ज्यादा अग्निशमन यंत्र लगाए गए थे। जुलाई 2022 में इन्हें रिफिल भी कराया गया था। लेकिन, इसके बाद इन्हें रिफिल नहीं कराया गया, ऐसे में अगर आग की घटना हो जाए तो आग पर काबू पाना मुश्किल होगा। इसे रिन्यू न कराने के कारण ये एक्सपायर माने जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार अग्निशमन यंत्र में एक छोटा सा इक्युपमेंट लगा होता है, वो लाल और हरे रंग का होता है। अगर इसमें लाल रंग है तो ये एक्सपायर हो चुका है। जबकि, अगर ये हरा है तो ये एक्टिव पोजिशन में है। वहीं काला कलर इंडिकेट करे तो ये खत्म होने वाला है।

2022 के बाद रिफिलिंग नहीं
दून मेडिकल कॉलेज की पुरानी आईपीडी ओर ओटी बिल्डिंग समेत आयुष्मान वार्ड में बने पिक्कू और पीडिया वार्ड के बाहर लगे अग्निशमन यंत्र की भी रिफिलिंग नहीं कराई गई है। इनमें जुलाई 2023 की डेट मेंशन है। सीटी स्कैन, आईसीयू, एमआरआई, अल्ट्रांसाउड, एक्सरे, ब्लड बैंक समेत ओपीडी में 2200 से ज्यादा पेशेंट पहुंचते हैं। पेशेंट के साथ उनके परिजन भी होते हैं। ऐसे में एक दिन में हॉस्पिटल में 10 हजार से ज्यादा लोगों की आवाजाही होती है।

मॉक ड्रिल के बाद भी लापरवाही
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में कुछ दिन पूर्व मॉर्क ड्रिल हुई थी। जिसमें हॉस्पिटल की व्यवस्था की जांच की गई थी। इसी दौरान हॉस्पिटल के इमरजेंसी व न्यू ओटी बिल्डिंग में लगे अग्निशमन यंत्र को अपडेट कर दिया गया था। जिसकी भी डेट 31 मई 2024 दी गई थी। लेकिन पुरानी बिल्डिंग के फायर सेफ्टी पर कोई काम नहीं किया गया।


इस विषय में निगरानी रखी जा रही है। पुरानी बिल्डिंग में लगे अग्निशमन यंत्रों की जांच कराई जा रही है। कुछ नए भी अग्निशमन यंत्र लगाए जाने हैैं, लेकिन इलेक्शन के चलते लगी आचार संहिता के कारण नए यंत्र नहीं लग पा रहे हैं। 4 जून तक इसे ठीक कर लिया जाएगा।
डॉ। अनुराग अग्रवाल, एमएस, दून हॉस्पिटल

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