-किसान कोरोना के डर के चलते नहीं आ रहे मंडी

-दो से तीन दिनों में हो सकती है टमाटर की कीमत कम

-अभी 50 से 60 रुपये तक बिक रहा टमाटर

देहरादून।

मंडी में कोरोना फैलने के बाद इस बार सब्जियों में तो उछाल देखने को मिला ही था लेकिन अब टमाटर लाल होता नजर आ रहा है। बाजार में इसकी कीमत 30 से 30 रुपये से अचानक 50 से 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। इसके पीछे वजह सब्जी मंडी में टमाटर की आवक कम होना है। पंद्रह सौ क्विंटल की जगह इस बार कोरोना के चलते साढ़े पांच सौ क्विंटल टमाटर ही मंडी में पहुंच रहा है। ऐसे में इसके रेट बढ़ते जा रहे हैं। वहीं मंडी प्रशासन की ओर से पहाड़ से टमाटर की सप्लाई के लिए इस बार व्यापारियों को वहां भेजा गया है।

आ रहे उतार-चढ़ाव

मंडी में कोरोना पेंशेंट्स मिलने के बाद लॉकडाउन होने के चलते पहले सब्जियों के रेट में उछाल आए तो इसके बाद मंडी के यहां से ननूरखेड़ा शिफ्ट होने की वजह से सब्जियों के दाम बढ़े। फिर से निरंजनपुर सब्जी मंडी खुलने के बाद से यहां यूपी की सब्जियों की एंट्री बंद होने के चलते एक बार फिर से सब्जियों के रेट बढ़े नजर आए। अब सब्जियों की कम आवक के चलते रेट पहले से ज्यादा हैं तो वहीं सबसे ज्यादा असर टमाटर पर पड़ा है।

मंडी आने से डर रहे किसान

नैनबाग, डाम्टा आदि जगहों पर टमाटर का अच्छा उत्पादन है। टिहरी, उत्तरकाशी और चकराता की बेल्ट में ही सीजन में 25 से 30 क्विंटल तक टमाटर हो जाता है। लेकिन दून मंडी में कोरोना फैलने के चलते पहाड़ के किसान डरे हुए हैं। उन्होंने टमाटर लेकर मंडी आने से साफ मना कर दिया। ऐसे में मंडी प्रशासन ने इसका हल निकालते हुए यहां से सात व्यापारी और उनके साथ 70 लेबर को टिहरी, उत्तरकाशी भेज दिया है। जहां से ये व्यापारी ही गाडि़यों के माध्यम से टमाटरदून भेजेंगे। दून मंडी से ये टमाटर हल्द्वानी सहित दिल्ली और महाराष्ट्र भेजे जाएंगे।

तीन दिन में रेट कम

मंडी प्रशासन का कहना है कि व्यापारियों ने टमाटर भेजे जाने को लेकर काम शुरू कर दिया है। एक से दो दिनों में टमाटर के मंडी पहुंचने के बाद यहां भी इनके स्टॉल लगाए जाएंगे। तीन दिनों में टमाटर की आवक तेज होने के बाद इसके रेट में कमी आ जाएगी। ये व्यापारी एक महीने तक वहीं रहेंगे और पूरा सीजन टमाटर की खेप यहां भेजते रहेंगे। टमाटर का सीजन 25 जून से शुरू होकर दस अगस्त तक रहेगा। टमाटर दून पहुंचने केबाद टमाटर की कीमत पंद्रह-बीस रुपये तक आ जाएगी।

अभी ज्वालापुर से ला रहे टमाटर

फिलहाल टमाटर विक्रेता ज्वालापुर से टमाटर ला रहे हैं। ज्वालापुर में यमुनानगर से टमाटर पहुंच रहा है। सबसे ज्यादा टमाटर नासिक, बैंग्लोर से आता है लेकिन नासिक इस बार रेड जोन में है। बेंगुलरु दूर होने के कारण दिक्कत हो रही है। ऐसे में हरियाणा से टमाटर यहां पहुंच रहा है। मंडी में हर बार पंद्रह सौ क्विंटल तक टमाटर पहुंचता है। लेकिन कोरोना के चलते इस बार 500 क्विंटल के आसपास ही पहुंच रहा है।

दून में यहां टमाटर की पैदावार

नैनबाग, डाम्टा, क्वासी, त्यूनी, अटाल, सेंझ, नैनबाग

टमाटर की आवक कम होने की वजह से रेट बढ़े हैं। इस बार किसान टमाटर लेकर मंडी नहीं आ रहे हैं। ऐसे में हल निकालते हुए व्यापारियों को टिहरी और उत्तरकाशी भेज दिया गया है। दो से तीन दिनों में टमाटर के रेट गिर जाएंगे।

विजय थपलियाल, मंडी सचिव